मोरबी हादसे की जाँच कर रहे DSP पीए झाला ने बताया है कि पुल के केबल में जंग लगी हुई थी। वहीं ओरेवा के मैनेजर ने कोर्ट में हादसे को 'भगवान की इच्छा' बताया है।
जब यह हादसा हुआ तब वहाँ बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता मौजूद थे। इन कार्यकर्ताओं ने पुल टूटने के बाद मची चीख-पुकार के बीच 170 लोगों को नदी में डूबने से बचाया है।
गुजरात के मोरबी में मच्छू नदी पर बने केबल ब्रिज हादसे से पूरा देश स्तब्ध है। 143 साल से भी ज्यादा पुराने इस पुल को 19वीं शताब्दी में वहाँ के शासक वाघजी ठाकोर ने बनवाया था।
गुजरात के मोरबी में हुए हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। स्थानीय बीजेपी सांसद मोहनभाई कुंदरिया के 12 रिश्तेदार भी इनमें शामिल हैं।