आर्टिकल 370 हटाने के मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले से न केवल जम्मू-कश्मीर में जमीन पर बड़े बदलाव आए हैं, बल्कि दशकों से उपेक्षित लद्दाख ने भी विकास के नए रास्ते देखे हैं।
"हमारे दो घर थे वहाँ। कश्मीरी पंडितों का दमन शुरू हुआ तो हमें दोनों घर छोड़ने पड़े। हमें दिल्ली आना पड़ा। सरकार ने हमारी कोई चिंता नहीं की। न ही नुकसान की भरपाई हुई।"