बीजद ने नब किशोर दास के निधन के बाद उनकी बेटी दीपाली दास पर भरोसा जताते हुए प्रत्याशी बनाया था। पार्टी के विश्वास पर खरा उतरते हुए दीपाली ने जीत के मामले में अपने पिता को भी पीछे छोड़ दिया।
जालंधर लोकसभा उपचुनाव में AAP प्रत्याशी लगातार कॉन्ग्रेस उम्मीदवार से हजारों वोटों की लीड में रहे। ये सीट कॉन्ग्रेस सांसद संतोख सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी।