कार-चोर शाहरुख अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था। मंगलवार को दोनों ने यमुना बाजार इलाके से ड्रग्स खरीदी और नशे की हालत में ही दोनों रानी गार्डन इलाके में कार खड़ी कर के सो गए। इसके बाद गंगनहर में दोनों ने नहाने के बाद खाना खाया और फिर दिल्ली की तरफ लौटे।
हालाँकि, अभी तक किसी भी उपद्रवी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है। ऑपइंडिया ने सुबह जब डीसीपी मेघना यादव से बात की, तो उस समय तक इस मामले को लेकर कोई FIR दर्ज नहीं की गई थी।
गौतम गंभीर की गुरुग्राम वाली घटना को लेकर दी गई 'सेकुलरिज्म और सहिष्णुता' वाली प्रतिक्रया 'भेंडिया आया' वाली कहानी को चरितार्थ करती है। एक सप्ताह भी नहीं हुआ और गौती पीएम मोदी की 'छपास और दिखास' वाली सलाह को भूल गए। और, जब सच सामने आया तो...
मारपीट की इस घटना से पूरे क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव का माहौल बना हुआ है। घटनास्थल पर पुलिस के पहुँचने से पहले ही हमलावर वहाँ से भाग गए। सीओ कोतवाली दिनेशचंद्र मिश्रा ने बताया कि मामला दो पक्षों में आपसी विवाद का है।
विवाद बढ़ता देख विष्णु गोस्वामी ने पिता को अलग छोड़ दिया और ख़ुद चारों से उलझ गया। इस बीच इमरान, तुफ़ैल, रमजान उर्फ़ मास्टर व निज़ामुद्दीन में से किसी एक ने पास खड़े टैंकर से पेट्रोल निकाला और विष्णु पर डालकर उसे आग के हवाले...
रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा में हिस्सा लेने वाले लोग जब अपने घर लौट रहे थे, तभी उन पर कुछ लोगों ने अपनी छतों पर से पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। अचानक पत्थरों की बौछार से शोभायात्रा में शामिल लोगों में अफ़रा-तफ़री का माहौल बन गया।
सिकनी गाँव में जुलूस निकालने के दौरान एक समुदाय के विरोध किए जाने के बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई और फिर पत्थरबाजी भी होने लगी। इस पथराव की वजह से जुलूस में शामिल लोगों के अलावा कई अधिकारियों को भी चोटें आई है।
कॉन्ग्रेस शासनकाल में कई भीषण दंगे हुए, जिनको लेकर उन पर सवाल नहीं दागे गए। भाजपा शासनकाल में देश अपेक्षाकृत शांत है और ऐसी घटनाओं में कमी आई है। अगर हम 2011-2013 की बात करें तो उस दौरान भी कॉन्ग्रेस शासित राज्य सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में सबसे ज्यादा थे।
फुरकान व परवेज ने युवती के साथ दुष्कर्म कर उसकी वीडियो बनाई और इसके बाद युवती की अश्लील वीडियो उसके पति को भेजकर उसकी शादी तुड़वा दी। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में पंचायत हुई तो आरोपित पक्ष ने युवती की इज्जत की बोली लगा दी।