हमारे पास 12 ऐसे उदाहरण हैं, जब वामपंथी मीडिया ने कोरोना की दूसरी लहर से ठीक पहले अपने ऑनलाइन पोर्टल्स पर वैक्सीन को लेकर फैक न्यूज फैलाई और लोगों के बीच भय का माहौल पैदा किया।
राजस्थान में रहने वाले 25 हजार से अधिक पाकिस्तानी हिंदू प्रवासी कोरोना के कहर से बचने के लिए टीकाकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन आधार कार्ड व अन्य कोई पहचान पत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण कोरोना की वैक्सीन लगाना उनके लिए टेढ़ी खीर हो गया है।