Thursday, November 30, 2023
Homeदेश-समाजराजस्थान में 25000 से अधिक पाकिस्तानी हिन्दू प्रवासियों में कोरोना संक्रमण का डर, बिना...

राजस्थान में 25000 से अधिक पाकिस्तानी हिन्दू प्रवासियों में कोरोना संक्रमण का डर, बिना आधार कार्ड कैसे लगेगी वैक्सीन

पाकिस्तान के 25 हजार से अधिक पाकिस्तानी हिन्दू प्रवासी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसे जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर में रह रहे हैं। इनमें से लगभग 80 फीसदी अकेले जोधपुर में हैं। शहर के बाहरी इलाके में प्रवासियों की लगभग 21 बस्तियाँ हैं।

राजस्थान में रहने वाले 25 हजार से अधिक पाकिस्तानी हिंदू प्रवासी कोरोना के कहर से बचने के लिए टीकाकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन आधार कार्ड व अन्य कोई पहचान पत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण कोरोना की वैक्सीन लगवाना उनके लिए टेढ़ी खीर हो गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान के जोधपुर जिले में करीब 24 से ज्यादा झुग्गियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी हिन्दू प्रवासी रहते हैं। बताया जा रहा है कि अभी तक न तो इनकी कोविड-19 की जाँच हुई है और न ही किसी तरह का इलाज इन्हें मुहैया कराया गया है।

हालाँकि, इन बस्तियों में पहले से ही कई लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। जोधपुर में रहने वाले 5 प्रवासियों की कथित तौर पर कोरोना से मौत भी हो गई है। इन सबके बावजूद इनको कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाई जा सकती है, क्योंकि इन लोगों के पास आधार कार्ड व अन्य कोई पहचान पत्र नहीं है।

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के 25 हजार से अधिक पाकिस्तानी प्रवासी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसे जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर में रह रहे हैं। इनमें से लगभग 80 फीसदी अकेले जोधपुर में हैं। शहर के बाहरी इलाके में प्रवासियों की लगभग 21 बस्तियाँ हैं। ज्यादातर प्रवासी भारत की नागरिकता पाने के इंतजार में लंबे समय से यहाँ वीजा पर हैं। उनके पास ना तो आधार कार्ड है और ना ही कोई और पहचान पत्र है।

यही कारण है कि उन्हें टीका नहीं लगाया जा सकता है। मालूम हो कि कोरोना संक्रमण अन्य राज्यों, शहरों की तरह इन बस्तियों में रहने वालों को भी अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन अभी तक​ इनकी जाँच भी नहीं की गई है।

हाल ही में कुछ पाकिस्तानी प्रवासी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने 24 झुग्गियों में घर-घर जाकर सर्वे किए जाने का आदेश दिया था, लेकिन टीकाकरण को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।

पाकिस्तानी प्रवासियों के बुनियादी अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा का कहना है कि आधार कार्ड का न होना पाक प्रवासियों के टीकाकरण में सबसे बड़ी बाधा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माँग की गई है कि प्रवासियों का पासपोर्ट, रेजिडेंशियस परमिट या फिर लॉन्ग टर्म वीजा के आधार पर टीकाकरण किया जाए।

बता दें कि बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर पाकिस्तानी प्रवासियों के लिए टीकाकरण सुनिश्चित करने की माँग की है।

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

1 दर्जन से अधिक कंपनियाँ-संस्थाएँ, कैंप करते PMO अधिकारी, विशेष उड़ानें, ऑक्सीजन प्लांट… यूँ ही नहीं हुआ सुरंग से 41 मजदूरों का रेस्क्यू, PM...

PMO, RVNL, ONGC, SJVNL, THDC, DRDO, DST, भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, BRO, NDRF, NDMA, उत्तरकाशी जिला प्रशासन और उत्तराखंड सरकार इसमें समन्वय बना कर काम करती रही।

सुरेंद्र राजपूत: 17 साल पहले जिन्होंने 5 साल के प्रिंस को निकाला था बोरवेल से, उनकी बनाई पुली ट्रॉली के कारण 41 मजदूरों के...

सुरेंद्र राजपूत ने सिलक्यारा सुरंग में रैट माइनर्स टीम के लिए पुली ट्रॉली बनाई। इस ट्रॉली से सुरंग से मलबा बाहर निकालने में मदद मिली।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
419,000SubscribersSubscribe