कर्नाटक के मांड्या जिले के नागमंगला कस्बे में दूसरे समुदाय के लोगों ने गणपति विसर्जन के दौरान जुलूस पर पथराव किया। वहीं उन्हें हथियार निकालकर भी दिखाए।
शुद्धिकरण के बाद आसमीन का नाम आरती श्रीवास्तव रखा गया। इसके बाद आरती का जयवीर से वैदिक विधि विधान से विवाह सम्पन्न हुआ। दोनों ने अग्नि के सामने 7 फेरे लिए।
उन्होंने गलती का एहसास करवाने के लिए लोगों को धन्यवाद किया और आशा जताई है कि उनसे सब ऐसे ही जुड़े रहेंगे। बोले - "मैं नहीं चाहता कि किसी भी सनातनी का भरोसा टूटे।"