काजल हिंदुस्तानी ने रामनवमी पर गुजरात के उना में भाषण देते हुए लैंड और लव जिहाद जैसे खतरों पर खुलकर बात की थी। उसके बाद से इस्लामी कट्टरपंथी उनके पीछे पड़े हुए हैं।
उन्होंने कॉलनियों को नियमित करने की माँग करते हुए कहा कि देश के हर राज्य में ऐसे निर्णय होते हैं, दिल्ली में 6-6 महीने बाद कॉलनियाँ रेगुलराइज होती हैं।