हिन्दू दुकानदारों ने कहा कि इस्लामी नाम रख कर प्रति घंटे लाखों रुपए का फायदा हो तो भी वो अपने असली पहचान में लाइन तो दूर मात्रा और शब्द का भी बदलाव नहीं करेंगे।
व्यिंचन में स्थित लुआंग को इसीलिए निर्मित किया गया था, ताकि वहाँ राजगीर से आए बौद्ध धर्म के अवशेषों को संरक्षित किया जा सके। दोनों देशों की संस्कृति मिलती-जुलती है।