Monday, November 18, 2024

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Media Hypocrisy

‘न्यूयॉर्क टाइम्स का फर्जीवाड़ा’: श्रमिक ट्रेन को ‘वायरस ट्रेन’ साबित करने के लिए संजीव सान्याल के 40 मिनट के इंटरव्यू को केवल 2 शब्दों...

यह बातचीत 40 मिनट से अधिक समय तक चली और 40 मिनट के इंटरव्यू में से न्यूयॉर्क टाइम्स ने केवल दो शब्द ‘quite well’ ही लिए।

‘किसानो’ के शाहीन बाग में Zee न्यूज – R. भारत की महिला पत्रकारों पर हमले की कोशिश, ‘गोदी मीडिया’ चिल्लाते हुए पीछे पड़ी...

"मेरे कैमरापर्सन को क़ैदी की तरह पकड़कर साथ ले गए। हज़ारों की भीड़ मेरे पीछे दौड़ रही थी मेरा मोबाइल छीन लिया गया और बहुत कुछ हुआ।”

भ्रष्टाचार आरोपित, निलंबित पंजाब के DIG ने ‘किसानों’ के समर्थन में इस्तीफा दिया, रोहिणी सिंह का प्रलाप-विलाप चालू

खुद को 'किसान का बेटा' बता इस्तीफा देने वाले DIG लखविंदर सिंह जाखड़ असल में घूसखोरी का आरोपित है, निलंबित किया जा चुका है। वाह-वाह करने वाली मीडिया के लिए यह कोई तथ्य नहीं है।

टोटल 7 हैं भाई, पर भौकाल ऐसा जैसे यही IIMC हों: क्यों हो रहा दीपक चौरसिया का विरोध?

IIMC में दीपक चौरसिया को बुलाए जाने का कुछ नए छात्र विरोध कर रहे हैं। कुछ पुराने छात्र इनके समर्थन में आगे आए हैं।

देखिए 48 घंटों में द वायर ‘मोदी की रैली में कोई नहीं आता’ से ‘बिहार में मोदी को सब चाहते हैं’ कैसे पहुँच गया

द वायर सरीखे एजेंडापरस्त मीडिया समूहों के लिए इस श्रेणी का गिरगिटनुमा विश्लेषण या दावा कोई नई बात नहीं है। प्रोपेगेंडा ही इनका एकमात्र उद्देश्य है भले उसके लिए स्क्रीन पर कुछ अनर्गल ही क्यों न परोसना पड़े।

हाँ रवीश! सच कहा ‘लव जिहाद’ तो भूत ही है, जिसकी लाश अक्सर सूटकेस में मिलती है

देश के प्रख्यात लिब्रेश्वर पत्रकार और सदाबहार लप्रेक लेखक रवीश कुमार ने लव जिहाद को झुठलाते हुए प्राइम टाइम में नया प्रोपेगेंडा परोसा है।

हिंदू कुरीति पर ज्ञान, मुस्लिमों का बहुविवाह ‘रिश्ते की खूबसूरती’: जानें, दैनिक भास्कर पाठकों को कैसे बनाता है बीमार

कोना प्रथा की कुरीति पर दैनिक भास्कर के सवाल जायज हैं। लेकिन, उसी अखबार के लिए मजहबी कुरीति क्यों 'रिश्ते की खूबसूरती' हो जाती है?

पाकिस्तानी मंत्री को शो में स्पेस देने के सवाल पर सरदेसाई ने खोया आपा, अब फारूक अब्दुल्ला का जानना चाहते हैं पक्ष: देखें वीडियो

"मुझे आपसे राष्ट्रवाद का प्रमाण नहीं चाहिए डॉ पात्रा। मैं भरतीय राष्ट्रवादी हूँ। मैं आपकी तरह राजनीतिक रूप से कट्टर नहीं हूँ।"

‘तुम सब इतने लेफ्ट हो कि अपने राइट हाथ से भी नफ़रत करने लगे हो’: सोनू निगम ने ट्रिब्यून सहित वामपंथी मीडिया को लगाई...

सोनू निगम ने वीडियो में लेख प्रकाशित करने वाले मीडिया समूह के संबंध में कहा, “यह वीडियो उन दल्लों के लिए है।” फिर उन्होंने ट्रिब्यून के संपादक को संबोधित करते हुए कहा, “तू सोता कैसे है दल्ले?”

‘एक भी बाल मजदूर मिला तो लोकसभा से इस्तीफा दे दूँगा’: पटाखों पर झूठ फैला रही पत्रकार को कॉन्ग्रेस नेता की चुनौती

रूपा सुब्रमण्या के झूठ का जवाब दिया लोकसभा में कॉन्ग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने। रूपा का आरोप था कि पटाखा इंडस्ट्री 'बाल मजदूरी' पर आश्रित है।

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