प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर हैं। वह सोमनाथ मंदिर पहुँचे, जहाँ उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर पंचामृत अभिषेक किया। चुनावी जनसभा को भी किया संबोधित।
कांथी में मंच पर मौजूद जब एक भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूने के लिए आगे बढ़ा तभी पीएम पलटकर उनकी तरफ बढ़े और उन्हें झुककर प्रणाम किया साथ ही उनके पैर भी छूए।
PM मोदी ने सोमवार को हुगली के जिस मैदान में जनसभा को संबोधित किया था वहाँ रैली के अगले ही दिन TMC के कार्यकर्ताओं ने जाकर गंगाजल छिड़का और उसका 'शुद्धिकरण' किया।
‘‘किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक 16 सूत्री कार्यक्रम बनाया गया है। सरकार का प्रयास है कि किसान को उसके खेत के कुछ किलोमीटर के दायरे में ही एक ऐसी व्यवस्था मिले, जो उसे देश के किसी भी मार्केट से जोड़ दे और आने वाले समय में ये ग्रामीण हाट कृषि अर्थव्यवस्था के नए केंद्र बनेंगे।"
"याद कीजिए जब तीसरे मोर्चे की महामिलावटी सरकार थी, समाजवादी पार्टी मंत्रिमंडल में थी, तब इन्होंने देश का क्या हाल कर दिया था?” उन्होंने कहा कि इन महामिलावटी सरकार ने हमारे पूरे खूफ़िया तंत्र को दीमक लगा दिया था, खोखला कर दिया था, बर्बाद कर दिया था। इसका ख़ामियाज़ा देश को लंबे समय तक भुगतना पड़ा था।"
PM मोदी ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए सेरामपुर की जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। लेकिन, इन सब से ज्यादा चर्चा का विषय देबजीत सरकार द्वारा इस जनसभा के बाद की तस्वीरें बन गई हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “किसान सम्मान निधि के तहत देश के जिन 12 करोड़ किसानों को हम सीधी मदद बैंक खाते में दे रहे हैं उनमें से एक भी ओडिशा का किसान नहीं है, क्योंकि यहाँ की सरकार किसानों के सामने दीवार बनकर खड़ी हो गई है।”