म्यांमार की अदालत ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की को सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोविड नियमों का उल्लंघन करने के लिए चार साल जेल की सजा सुनाई है।
पुछताछ में उन्होंने बताया कि वे म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। आरपीएफ ने आगे की जाँच के लिए इन्हें जीआरपी को सौंप दिया है। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।
म्यांमार में फरवरी, 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के पीछे चीन की साजिश माना जाता है। 15 मार्च, 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट के पीछे चीन का हाथ है।