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Myanmar
म्यांमार से घुसे 11 लोग मणिपुर में पकड़े गए, हिंसा प्रभावित चुराचांदपुर के जिला अस्पताल में करा रहे थे बम और गोली के घाव...
मणिपुर में म्यांमार के 11 नागरिकों को पकड़ा गया है। ये वैध दस्तावेज के बिना भारत में घुसे हैं। इनकी गिरफ्तारी 10 जुलाई को हिंसा प्रभावित चुराचांदपुर जिले से हुई।
100 की मौत, अधिकतर महिलाएँ और बच्चे… म्यांमार की फ़ौज ने अपने ही लोगों पर लड़ाकू विमानों से बरसाए बम, हेलीकॉप्टर से गोलीबारी
म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोग एक समारोह में हिस्सा ले रहे थे। इसी दौरान उनपर बम बरसा दिए गए। 100+ आम लोगों की मौत।
3500 फ़ीट ऊँचा उड़ रहा था विमान, जमीन से चली गोली से लहूलुहान हुआ यात्री: कई उड़ानें रद्द, म्यांमार की सरकार ने बताया विरोधियों...
म्यांमार में जमीन से 3500 फ़ीट की ऊँचाई पर उड़ रहे विमान को निशाना बना कर मारी गई गोली तली में छेद करते हुए एक यात्री को लगी। हुआ लहूलुहान।
15 साल से भारत में रह रहे थे रोहिंग्या फैय्याज और दिल मोहम्मद, पासपोर्ट-आधार सब फर्जी: यूपी पुलिस ने धरा, दुबई भी गए थे
UP के हापुड़ जिले में पुलिस ने 15 साल पहले आए रोहिंग्या फ़य्याज़ और उसके साथी दिल मोहम्मद को फर्जी पासपोर्ट-आधार के साथ गिरफ्तार किया।
जिस देश में घुसकर भारत ने किया था स्ट्राइक, उसे नया अड्डा बना रहा चीन? म्यांमार में ड्राई डॉक, चीनी पनडुब्बी के क्या हैं...
म्यांमार में फरवरी 2021 में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को सेना द्वारा अपदस्थ किए जाने के बाद से चीजें तेजी से बदलती दिख रही हैं।
फेसबुक से रोहिंग्या मुस्लिमों ने माँगे ₹11 लाख करोड़, ‘म्यांमार में नरसंहार’ के लिए कंपनी पर ठोका केस
UK और अमेरिका में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों ने हेट स्पीच फैलाने का आरोप लगाकर फेसबुक के ख़िलाफ़ ये केस किया है।
म्यांमार: सू की को 4 साल की जेल, सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने का था आरोप
म्यांमार की अदालत ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की को सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोविड नियमों का उल्लंघन करने के लिए चार साल जेल की सजा सुनाई है।
‘…पागल कुत्ते के बगल में सो नहीं सकते’: बौद्ध भिक्षु आशिन विराथु को म्यांमार ने किया रिहा, मुस्लिमों के प्रति कट्टर सोच के लिए...
फायरब्रांड बौद्ध भिक्षु आशिन विराथु पर देशद्रोह के आरोप लगाए जाने के दो साल बाद, सोमवार को बर्मी सेना द्वारा उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
भारत में अवैध रूप से घुसे 15 रोहिंग्या असम में दबोचे गए, UP के अलीगढ़ में रह रहे थे सभी
पुछताछ में उन्होंने बताया कि वे म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। आरपीएफ ने आगे की जाँच के लिए इन्हें जीआरपी को सौंप दिया है। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।
818 मौतें और दमन का वही दौर: पाबंदी के बीच हर रात गुपचुप उतर रहे विमानों में कौन सा चीनी माल?
म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के क्या हैं मायने? क्या चीन का है हाथ? भारत पर कैसा असर? वो सब जो आप जानना चाहते हैं।