हरनिध कौर ने अप्रैल 2013 में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के बयान को कोट करते हुए लिखा था, "राजनाथ सिंह: 'मोदी महात्मा के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।" इसका एकमात्र तरीका जो सही है, वह यह है कि कोई उनकी हत्या कर दे।
पीएम मोदी ने कहा कि दलित, वंचित और पिछड़ों के नाम पर कॉन्ग्रेस और राजद ने सिर्फ अपना राजनीतिक स्वार्थ साधा। दलितों वंचितों और पिछड़ों को अधिकार और सम्मानपूर्ण जीवन NDA ने दिया है।
राम मंदिर के निर्माण और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से लेकर नागरिकता संशोधन अधिनियम को अधिसूचित करने तक, भाजपा सरकार को विपक्ष के लगातार कीचड़ उछालने के कारण पथरीली राह पर चलना पड़ा।
'एक राष्ट्र एक चुनाव' के प्रतिबद्धता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने संसद में भी बोला है, हमने कमिटी भी बनाई हुई है, उसकी रिपोर्ट भी आई है।
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में भी वो काम करके चुनाव मैदान में गए थे और जब वो वापस आए तो अनुच्छेद 370, ट्रिपल तलाक से बहनों को मुक्ति, बैंकों का मर्जर - ये सब काम उन्होंने 100 दिन के अंदर कर दिए।
"वैश्विक इतिहास के ऐसे नाजुक समय में हमें ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है जो गहन प्रेरणा व उम्दा क्षमताओं से लैस हो, मेहनती हो, जनसमूह को अपने साथ लेकर चले।"
राजनाथ सिंह ने गरजते हुए कहा कि किसने अपनी माँ का दूध पिया है कि मोदी को जेल में डाल दे? इसके बाद लोगों ने 'जय श्री राम' की नारेबाजी के साथ उनका स्वागत किया।
"कॉन्ग्रेस ने जनजातीय समाज के योगदान को कभी भी स्वीकार नहीं किया, जबकि भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को 'राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में घोषित करने का सौभाग्य भी भाजपा सरकार को मिला है।"