Wednesday, May 1, 2024
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गरीब घटे-कारोबार बढ़ा, इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर विज्ञान तक बुलंदी… लेखक अमीश त्रिपाठी ने बताया क्यों PM मोदी को करेंगे वोट, कहा – चाहिए चाणक्य वाला नेतृत्व

"जब कोई वैश्विक व्यवस्था चरमराती है, तो आमतौर पर अराजकता, उथल-पुथल और अक्सर युद्ध का समय आ जाता है। हम अराजकता और गहन बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। और अभी दुनिया खुद को अपने पान पर खड़ी कर पाती है या नहीं, ये अगले सदियों तक की वैश्विक व्यवस्था का निर्णय करेगा।"

लेखक अमीश त्रिपाठी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक लेख के जरिए बताया है कि आखिर वो क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भाजपा को वोट करना चाहेंगे। ‘Shiva Trilogy’ की पुस्तकों के लेखक अमीश त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने राजनीति पर कुछ न बोलने का नियम बनाया हुआ था, लेकिन वो खुद के बनाए इस नियम को तोड़ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट ऐलान किया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी राष्ट्रीय सरकार को समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा कि ये बहुत ज़रूरी है कि भाजपा उम्मीदवारों के माध्यम से पीएम मोदी को वोट किया जाए।

अमीश त्रिपाठी ने अपने इस निर्णय के पीछे की सोच को समझाते हुए कहा कि ग़रीबी में नाटकीय रूप से कमी आई है, भारत की वित्तीय स्थिति और राजस्व मजबूत हुआ है, इंफ़्रास्ट्रक्चर में व्यापक सुधार आया है जो वो मुंबई में देख सकते हैं जहाँ वो रहते हैं और वाराणसी में भी ये स्पष्ट दिखता है जहाँ से उनका परिवार ताल्लुक रखता है, GDP विकास दर बढ़ रहा है, स्टार्टअप्स को सहायता मिल रही है, छोटे कारोबार के लिए कर्ज मिल रहे हैं, विज्ञान एवं तकनीक में निवेश किया जा रहा है जो उनके पाठकों खासकर युवाओं से उन्हें सुनने को मिला है।

अमीश त्रिपाठी ने इन कारणों के अलावा गिनाया कि जन-कल्याणकारी योजनाएँ भी आम लोगों तक सीधे पहुँच रही है, जबकि पूर्व में इसमें गड़बड़ी होती थी। हालाँकि, उन्होंने नरेंद्र मोदी को वोट करने के पीछे का महत्वपूर्ण कारण बताया कि 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जिस वैश्विक व्यवस्था का जन्म हुआ था वो अब खात्मे की ओर है। IIM कलकत्ता से पढ़े अमीश त्रिपाठी का मानना है कि विश्व के अलग-अलग हिस्सों में युद्ध चल रहा है, पुराने गठबंधन टूट रहे हैं।

अमीश त्रिपाठी का मानना है कि पीढ़ियों में एक बार आने वाले कोरोना जैसी महामारी के प्रभावों से निपटने के लिए दुनिया साथ नहीं आ पा रही, अमीर विकसित देशों में भी ऋण संकट है, समुद्री डकैती का मुद्दा है, युद्ध में इस्तेमाल होने वाले अत्याधुनिक हथियारों की कीमत हुई है जिस कारण हूती विद्रोही सुएज नहर को रोक सकते हैं, पर्यावरण की समस्या है। इन समस्याओं को टाइम बम करार देते हुए अमीश त्रिपाठी ने कहा कि इनमें से अधिकतर से निपटने के लिए दुनिता तैयार नहीं है, जबकि ये फटने के लिए बेचैन हैं।

अमित त्रिपाठी ऐसे लेखक हैं जिनके पुस्तकों की 75 लाख से भी अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं। उन्होंने कहा, “जब कोई वैश्विक व्यवस्था चरमराती है, तो आमतौर पर अराजकता, उथल-पुथल और अक्सर युद्ध का समय आ जाता है। हम अराजकता और गहन बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। और अभी दुनिया खुद को अपने पान पर खड़ी कर पाती है या नहीं, ये अगले सदियों तक की वैश्विक व्यवस्था का निर्णय करेगा। ऐसे संवेदनशील समय में हमें एक उम्दा नेतृत्व चाहिए। प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध के समय अमेरिका के पास असाधारण नेतृत्व था। इससे मौजूदा वैश्विक ऑर्डर का जन्म हुआ, जो USA के लिए फायदेमंद रहा।”

डेढ़ दशक तक कई बैंकों में काम कर चुके अमीश त्रिपाठी कहते हैं कि वैश्विक इतिहास के ऐसे नाजुक समय में हमें ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है जो गहन प्रेरणा व उम्दा क्षमताओं से लैस हो, मेहनती हो, जनसमूह को अपने साथ लेकर चले। उन्होंने माना कि कई ऐसे लोग हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हैं, कई नहीं करते हैं। जो पीएम मोदी के विरोधी हैं, उनसे लेखक ने अपील की कि इतिहास के इस बड़े मोड़ पर हमें स्पष्ट बहुमत वाली एक मजबूत सरकार की आवश्यकता है जो दुनिया के साथ अच्छा तालमेल बिठा कर ये सुनिश्चित कर सके कि उथल-पुथल के इस दौर में भी भारत शीर्ष पर पहुँचे।

लंदन स्थित ‘द नेहरू सेंटर’ में 2019 में भारत सरकार द्वारा निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद से कूटनीतिक कार्यों में भी सक्रिय रहे अमीश त्रिपाठी ने कहा कि अगर भारत मजबूत है तो हम सबके पास मजबूत होने का मौका है। उन्होंने कहा कि पिछले (1950-1990) दशकों की तरह भारत अगर कमजोर बना रहा, तो हम भी कमजोर होंगे। अमीश त्रिपाठी का कहना है कि हम इस दौर में बड़े देशों से समझौते कर के अपने राष्ट्रीय हित के परिणाम निकलवाते हैं, जैसे रूस से भारत ने कच्चा तेल खरीदा।

अमीश त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे नाजुक दौर में हमारे देश और हमारी सभ्यता को चाणक्य जैसे नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सत्ता में बने रहना हमारी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि वो अपने लोकसभा क्षेत्र में NDA उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे। बता दें कि भारत में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होना है, जिसके परिणाम 4 जून, 2024 को आएँगे। भाजपा ने इस बार ‘400 पार’ का नारा दिया है और पीएम मोदी धुआँधार रैलियाँ कर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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