Tuesday, April 30, 2024
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‘इलेक्टोरल बॉन्ड्स सफलता की कहानी, पता चलता है पैसे का हिसाब’: PM मोदी ने ANI को इंटरव्यू में कहा – हार का बहाना ढूँढने के लिए की जा रही ED-CBI-EVM की बातें

उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा विपक्ष के लिए एक राजनीतिक हथियार था, अब राम मंदिर बन गया तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया है। बता दें कि कॉन्ग्रेस पार्टी ने राम मंदिर का न्योता ठुकरा दिया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ANI को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि हमारे देश में लंबे अर्से से चर्चा चली है कि चुनावों में कालेधन का बहुत बड़ा खतरनाक खेल हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के चुनावों को कालेधन से मुक्ति मिलनी चाहिए। उन्होंने 1000-2000 के नोटों को खत्म किए जाने को इसी दिशा में उठाया गया कदम बताया। उन्होंने ध्यान दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि 20 हजार रुपए तक पार्टियाँ कैश ले सकती है।

इलेक्टोरल बॉन्ड्स और ED-CBI पर भी बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

बकौल पीएम नरेंद्र मोदी, उन्होंने नियम बनाकर 20 हजार को ढाई हजार कर दिया, क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि ये कैश वाला कारोबार चले। पीएम ने आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि तक इलेक्टोरल बॉन्ड की बात है तो ये उसकी सक्सेस स्टोरी है, क्योंकि इससे मनी का ट्रेल मिल रहा है कि किस कंपनी ने दिया, कैसे दिया, कहाँ दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जहाँ तक ED-CBI की बात है तो इसमें एक भी कानून मेरी सरकार ने नहीं बनाया है।

पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने तो इलेक्शन कमीशन में सुधार किए हैं, पहले तो प्रधानमंत्री एक साइन करके इलेक्शन कमीशन बना देते थे, आज तो उसमें विपक्ष भी रहता है। उन्होंने ‘नाच न जाने आँगन टेढ़ा’ कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि ये कभी ED, कभी CBI, कभी EVM का बहाना निकालेंगे, मूलत: वो अपनी पराजय के लिए रीजनिंग पहले से सेट करने में लगे हैं, ताकि पराजय उनकी खाते में ना चली जाए। प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि भारत में पिछले 10 साल से हर क्षेत्र में दुनिया भर से निवेश आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूँ कि हिंदुस्तान में निवेश आना चाहिए। पैसा किसी का भी लगा हो, पसीना मेरे देश का लगना चाहिए, उसके अंदर सुगंध मेरे देश की मिट्टी की आनी चाहिए, ताकि मेरे देश के नौजवान को रोजगार मिले। आज का फर्स्ट टाइम मतदाताओं 2047 का सबसे बड़ा लाभार्थी बनने वाला है। आज का फर्स्ट टाइम वोटर्स परंपरागत चीजों से बाहर आना चाहता है। विपक्ष का घोषणा-पत्र इकोनॉमी को पूरी तरह फेल करने वाला घोषणा पत्र है।”

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि एक प्रकार से विपक्ष का घोषणा पत्र देश के फर्स्ट टाइम वोटर्स (जिनकी उम्र 25 साल से कम है) के भविष्य को रौंदने वाला घोषणा पत्र है। ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के प्रतिबद्धता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने संसद में भी बोला है, हमने कमिटी भी बनाई हुई है, उसकी रिपोर्ट भी आई है। उन्होंने बताया कि बहुत सकारात्मक और नवोन्मेषी सुझाव आए हैं, अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति को मज़बूत करने के लिए राम मंदिर मुद्दे को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया और बार-बार इसे भड़काया गया। उन्होंने कहा कि जब यह मामला अदालत में चल रहा था तब कोशिश की गई कि फैसला ना आए। उन्होंने कहा कि ये मुद्दा विपक्ष के लिए एक राजनीतिक हथियार था, अब राम मंदिर बन गया तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया है। बता दें कि कॉन्ग्रेस पार्टी ने राम मंदिर का न्योता ठुकरा दिया था।

ANI से इंटरव्यू में PM मोदी ने बताया तीसरे कार्यकाल का प्लान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले ANI को सवा घंटा से भी अधिक का इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि 2047, यानीदेश की आज़ादी के 100 साल जैसे मील के पत्थर लोगों में नया जोश भरते हैं, नए संकल्प होते हैं। उन्होंने इसके लिए लक्ष्य बनाने की बात की, गाँव के प्रधान से लेकर RBI तक। उन्होंने कहा कि 2024 चुनावी क्रम का हिस्सा हैं, लोकतंत्र में चुनाव को हमें हल्के में नहीं लेना चाहिए बल्कि ये महापर्व है, इसे उत्सव के रूप में मनाना चाहिए।

पीएम मोदी ने इसकी तुलना स्पोर्ट्स टूर्नामेंट्स से की, जिसमें प्रतिस्पर्धा होती है। उन्होंने इसे लोकोत्सव बनाने की बात करते हुए कहा कि लोकतंत्र संविधान की सीमाओं में नहीं बल्कि हमारी रगों में दौड़ना चाहिए और संस्कार में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले कार्यकाल में उन्हें विकास की गति और स्केल दोनों बढ़ानी है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले की राजनीतिक संस्कृति में परिवार को मजबूत बनाने और परिवार की जड़ों को कोई उखाड़ न दे इसमें शक्ति लगाईं गई, जबकि वो देश मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं जिसका फायदा सबको मिलता है।

ANI की संपादक स्मिता प्रकाश के सवालों का जवाब करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पास तीसरे कार्यकाल के लिए बहुत सी योजनाएँ हैं, लेकिन उनके निर्णय किसी को डराने-दबाने के लिए नहीं बल्कि जन-कल्याण और सर्वांगीण विकास के लिए हैं। बकौल पीएम मोदी, बहुत कुछ अभी भी करना है। उन्होंने कहा कि अब तक जो हुआ वो ट्रेलर है, उन्हें बहुत अधिक अभी करना है। पीएम मोदी ने इस दौरान ‘एक देश, एक चुनाव’ की बात करते हुए कहा कि राज्यों में चुनाव होते रहते हैं और आचार संहिता लगती रहती है जिससे व्यवधान पैदा होता है।

उन्होंने कहा कि वो चुनाव को छुट्टियों की तरह नहीं लेते हैं और अधिकारियों को 100 दिन की योजनाएँ बनाने के लिए कह दिया जाता है। उन्होंने बताया कि रिसर्च के आधार पर अधिकारियों की टीम बना कर प्रेजेंटेशन लिए गए, AI की मदद ली गई, अगले 25 वर्षों की योजनाएँ बन रही हैं। उन्होंने कहा कि ये उनका विजन नहीं है बल्कि 15-20 लाख लोगों के विचार इसमें समाहित हैं, ये देश का इनपुट है। इसे दस्तावेज के रूप में बनाया जा रहा है, जिसे राज्यों को भेज दिया जाएगा और राज्य इस पर काम करेंगे कि क्या हो सकता है क्या नहीं।

फिर ‘नीति आयोग’ की बैठक में मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा होगी। 25 साल को पीएम मोदी ने 3 हिस्सों में बाँटा है, जिसमें उनके अगले 5 वर्ष हैं और उसका एक हिस्सा उनके पहले 100 दिन हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में भी वो काम करके चुनाव मैदान में गए थे और जब वो वापस आए तो अनुच्छेद 370, ट्रिपल तलाक से बहनों को मुक्ति, बैंकों का मर्जर – ये सब काम उन्होंने 100 दिन के अंदर कर दिए। बकौल पीएम मोदी, आज जो शब्दों का कमिटमेंट होना चाहिए, लगता है उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं है – कोई कुछ भी बोल देता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे अभी कुछ दिन पहले ही एक नेता ने कहा – मैं एक झटके में ग़रीबी खत्म कर दूँगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको 5-6 दशक तक देश में राज करने को मिला, वो जब आज ऐसा कहेंगे तो देश सोचेगा कि ये क्या बोल रहे हैं। बकौल पीएम मोदी, वो जो कमिटमेंट करते हैं, उसकी ऑनरशिप भी लेते हैं और जब ऑनरशिप लेते हैं तो देश को भरोसा होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम जो बात कहते हैं उस पर देश को भरोसा है।

उदाहरण के तौर पर उन्होंने गिनाया कि जब कहा गया कि जम्मू-कश्मीर से 370 हटाएँगे तो हटाया, ट्रिपल तलाक से बहनों को मुक्ति दिलाई। प्रधानमंत्री ने दोहराया – ये मोदी की गारंटी है। पीएम मोदी ने कहा कि जहाँ तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की बात है तो उन्हें न्योता मिला, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया, जबकि उन्हें गर्व होना चाहिए था। बकौल पीएम नरेंद्र मोदी, इससे स्पष्ट होता है कि उनके लिए वोट बैंक ही सबसे जरूरी है और ये किसी को नीचा दिखाना अपना अधिकार मानते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ANI की स्मिता प्रकाश से कहा, “ये तो नामदार हैं और मैं कामदार हूँ। लोकतंत्र में इतनी नफरत नहीं होनी चाहिए। हमारे लिए ये न राजनीति का विषय है, न कभी होना चाहिए और न कभी होगा। हमारे लिए ये आस्था का विषय है। मेरे पास बड़ी योजनाएँ हैं, किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मेरे निर्णय किसी को डराने, दबाने के लिए नहीं हैं। मेरे निर्णय देश के सर्वांगीण विकास के लिए हैं। सवाल कॉन्ग्रेस से पूछना चाहिए कि आपकी क्या मजबूरी है। सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ बैठना उनकी क्या मजबूरी है? कॉन्ग्रेस की मानसिकता में ये कौन सी विकृति है।”

तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि DMK का तो जन्म ही शायद इस नफरत के लिए हुआ होगा। उन्होंने कहा कि भारत को टुकड़ों में देखना, ये भारत के प्रति नासमझी का परिणाम है। पीएम मोदी ने पूछा कि अगर आप हिंदुस्तान में देखें प्रभु राम के नाम से जुड़े हुए गाँव सबसे ज्यादा कहाँ है? तो वह तमिलनाडु में है। अब आप इसको कैसे अलग कर सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि विविधता हमारी ताकत है, हमें इसको सेलिब्रेट करना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा, “जो व्यक्ति UN में जाकर दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल भाषा का गुणगान करता है, उस व्यक्ति पर आप ऐसे आरोप कैसे लगा सकते हैं? विपक्ष की मुसीबत है कि वे देश को एक ही साँचे में ढालना चाहते हैं। हम विविधता की पूजा करते हैं, हम इसको सेलिब्रेट करते हैं।” बता दें कि भाजपा ने इस बार ‘400 पार’ का नारा दिया है। इससे पहले पीएम मोदी ने इस चुनाव से पहले अपना पहला इंटरव्यू तमिल चैनल ‘Thanthi TV’ को दिया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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