सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें 2018 की है, जब 2019 में होने वाले कुंभ की तैयारियों के लिए घाट की साफ सफाई हो रही थी। 85 वर्षीय पुजारी राममूरत मिश्रा बताते हैं कि वो बचपन से लोगों को दफनाते हुए देखते आ रहे हैं।
IMA ने बाबा रामदेव के आरोपों पर कहा कि यह राहत की बात है कि Covid-19 के टीकों की खुराक लेने के बाद 0.06% लोगों में ही हल्का संक्रमण देखने को मिला और बहुत ही कम लोगों को फेफड़ों का गंभीर संक्रमण हुआ।