Thursday, May 2, 2024
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‘NYT के दावे आधारहीन और झूठे’: कल्पनाओं में भारत में मार दिए 42 लाख लोग, राहुल गाँधी ने भी लपका

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पाल ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का अनुमान पूरी तरह से आधारहीन है। रिपोर्ट भ्रामक तथ्यों पर आधारित है जो संक्रमण से संबंधित मृत्युदर को लगभग 6 गुना बता रही है।

मोदी सरकार को लेकर विदेशी मीडिया की घृणा नई नहीं हैं। कोरोना संक्रमण की आड़ लेकर भी उन्होंने भारत सरकार को बदनाम करने के लिए हाल के दिनों में कई आधारहीन और भ्रामक दावे किए हैं। इसी कड़ी में न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत में Covid-19 संक्रमण से होने वाली मौतों को लेकर आँकड़ा दिया है। ये आँकड़ें किस आधार पर दिए गए हैं, इसका कुछ पता नहीं है। इस रिपोर्ट का एक ही उद्देश्य मालूम होता है, Covid-19 संक्रमण से भारत की लड़ाई को मलिन करना।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई मौतों पर तीन स्तर में आँकड़े देते हुए बताया है कि भारत में इस संक्रमण से सबसे अच्छी हालत में भी लगभग 600,000 लोग मर चुके हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सबसे अधिक संभावना 1.6 मिलियन अर्थात 16,00,000 लाख लोगों के मरने की जताई है। साथ ही सबसे खराब हालत में भारत में संक्रमण से हुई मौतों की संख्या 4.2 मिलियन अर्थात 42 लाख बताई। वैसे भारत में अब तक इस संक्रमण से लगभग 3,16,000 मौतें हुई हैं।  

सरकार ने न्यूयॉर्क टाइम्स की इस रिपोर्ट को नकार दिया है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पाल ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का अनुमान पूरी तरह से आधारहीन है। साथ ही उन्होंने मीडिया समूह की इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह रिपोर्ट भ्रामक तथ्यों पर आधारित है जो संक्रमण से संबंधित मृत्युदर को लगभग 6 गुना बता रही है। डॉ. पाल ने बताया कि इन्फेक्शन की मृत्युदर 0.05% है, जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स इस दर को 0.3% अर्थात वास्तविक दर से 6 गुना अधिक बता रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि भारत में हुई कोरोना वायरस संक्रमण की मौतों को बढ़ा-चढ़ाकर बताने वाली यह रिपोर्ट पूर्णतः तथ्यहीन है।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने जैसे ही यह रिपोर्ट जारी की कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने विदेशी मीडिया की इस आधारहीन रिपोर्ट को हाथों-हाथ लेते हुए भारत सरकार पर प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा, “आँकड़े झूठ नहीं बोलते, भारत सरकार बोलती है।“

राहुल गाँधी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पेड़ों से भले गिद्ध लुप्त हो रहे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा धरती के गिद्धों में समाहित हो रही है।

आपको बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स से पहले चिकित्सा क्षेत्र के जर्नल लैंसेट ने भी भारत में अगस्त तक 1 मिलियन अर्थात 10 लाख से अधिक लोगों की मौत होने का अनुमान लगाया था। इस अनुमान के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एण्ड इवेल्यूएशन (IHME) के आँकड़ों का उपयोग किया गया था। हालाँकि IHME के आँकड़ें भी बिल्कुल भी विश्वसनीय नहीं दिखते हैं, क्योंकि IHME के आँकड़े भी आधारहीन तथा प्रमाणहीन थे।

देश में अब कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार कमजोर पड़ रही है। जहाँ एक ओर रोजाना मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या में कमी आ रही है वहीं स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। 10 मई को देश में 37,45,000 सक्रिय मरीज थे जो अब घटकर 24,19,000 रह गए हैं। देश में गुरुवार (27 मई) को Covid-19 संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 2,83,000 रही। इसी के साथ देश का रिकवरी रेट बढ़कर 90% तक पहुँच गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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