कश्मीरी पंडितों से नेहरू ने कहा - "या तो शेख अब्दुल्लाह के साथ रहो, या जहन्नुम में जाओ।" राजीव गाँधी बोले - "फारूक मेरे दोस्त हैं, क्या करें।" पीड़ितों से सुनिए अनसुनी दर्द की दास्ताँ।
अलगाववादी नेता यासीन मलिक की बीवी भारत के खिलाफ़ प्रोपेगेंडा रचने में जुटी हुई हैं। वह ट्विटर पर दिखाती हैं कि कैसे भारत में मुस्लिमों की हालात बद्तर है।