Sunday, June 4, 2023
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान में बैठक के लिए अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को OIC का निमंत्रण, भारत ने...

पाकिस्तान में बैठक के लिए अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को OIC का निमंत्रण, भारत ने लगाई फटकार, बताया- देश की सम्प्रभुता पर हमला

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को बुलाए जाने के सवाल पर बताया कि हम इस तरह की गतिविधियों को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं। ये देश की संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश है।

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में अगले सप्ताह इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की बैठक होने जा रही है, लेकिन उससे पहले पाकिस्तान ने अपने एजेंडे के तहत इसमें अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को भी आमंत्रित किया है। पाकिस्तान की हरकत का कड़ा विरोध करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार (17 फरवरी 2022) को कड़े शब्दों में कहा कि हम OIC से उम्मीद करते हैं कि वो एंटी इंडिया मूवमेंट और आतंकी गतिविधियों में शामिल संगठनों को प्रोत्साहित नहीं करेगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को बुलाए जाने के सवाल पर बताया कि हम इस तरह की गतिविधियों को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं। ये देश की संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश है। इसके साथ ही बागची ने ओआईसी के चरित्र पर शक जाहिर करते हुए कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि ओआईसी विकास के अहम मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय अपने एक सहयोगी के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है।

विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में कहा कि हमने बार-बार ओआईसी को यह कहा है कि वो भारत के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए निहित स्वार्थी तत्वों को अपना प्लेटफॉर्म न दे। गौरतलब है कि ओआईसी ने 22 और 23 मार्च 2022 में इस्लामाबाद में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक को निंमत्रण दिया है।

सर्वदलीय हुर्रियत सम्मेलन (APHC) का गठन 1992 में मीरवाइज उमर फारूक के पहले अध्यक्ष के रूप में किया गया था। इसका संविधान हुर्रियत को कश्मीर विवाद के समाधान के लिए संघर्ष छेड़ने के लिए कहता है।

पिछले साल नवंबर 2021 में खबर सामने आई थी कि केंद्र सरकार हुर्रियत की सभी शाखाओं को केंद्र सरकार UAPA एक्ट के तहत बैन कर सकती है। इस पर घाटी में आतंकियों को फंडिंग करने का आरोप लगा था।

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

रक्तदान करने पहुँचे RSS कार्यकर्ताओं की भीड़ देख डॉक्टर भी हैरान, सब कुछ छोड़ राहत कार्य में जुटे रहे संघ कार्यकर्ता: सबसे पहले पहुँच...

RSS कार्यकर्ताओं के राहत और बचाव कार्य शुरू होने के बाद NDRF की टीम भी हादसे वाली जगह पहुँच गई। इसके बाद संघ कार्यकर्ता उनके साथ मिलकर लोगों को बचाने में जुट गए।

मजदूरी से परिवार चलाने वाले 3 भाइयों की मौत, माँ के निधन पर लौटे बेटे की भी गई जान… मानवता की भी परीक्षा ले...

एक चश्मदीद ने कहा कि घटना के समय अपने घर पर थे। तभी धमाके जैसी आवाज आई। घर से बाहर आकर देखा तो ट्रेन माल गाड़ी के ऊपर चढ़ी हुई थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
259,693FollowersFollow
415,000SubscribersSubscribe