"तू अभी पक्की मुस्लिम नहीं बनी है, गौमांस खा, भैंस का मांस खा, तब जाकर तू मुस्लिम बनेगी।" उसने रोजा रखने और नमाज पढ़ने से मना कर दिया तो नफीस ने उसके साथ मारपीट की।
स्वामी असीमानंद के 40,000 से अधिक ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरित इन आदिवासियों की 'घरवापसी' से घबराकर वेटिकन सिटी से लेकर सोनिया गाँधी तक ने डांग क्षेत्र का दौरा किया था।
पीड़िता की मॉं का कहना है कि मुनीर ने फिरौती में चार लाख रुपए लेने के बाद भी उनकी बेटी को नहीं लौटाया। उसने कहा कि बच्ची ने इस्लाम कबूल कर लिया। उन्होंने अपनी अन्य बेटियों को अगवा किए जाने की आशंका भी जताई है।
“कोई लोभ देकर किसी का धर्म परिवर्तन न करे। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि धर्म से बड़ा कोई चीज नहीं होता। किसी धर्म में चचेरे भाई-बहन में शादी होती है। मगर हमारे धर्म में ऐसा नहीं होता है... यही मेरा धर्म है। आदमी हम भी हैं और वे भी हैं। हम अपने धर्म की रक्षा करें। मैं आप लोगों से अपील करता हूँ कि धर्म से बड़ा कुछ नहीं है।”
सिंध हाईकोर्ट ने हुमा के जबरन मजहबी धर्मान्तरण और निकाह को अवैध ठहराने से मना कर दिया। क्योंकि ये दोनों ही इस्लामिक क़ानून के तहत जायज हैं। जजों ने शरिया क़ानून का हवाला देकर लड़की के साथ हुई क्रूरता को सही ठहरा दिया क्योंकि उसके पीरियड्स आ चुके थे। लड़की के माँ-बाप कोर्ट में ही रोने लगे।