मेडिकल क्षेत्र के जर्नल लैंसेट ने शनिवार को एक लेख प्रकाशित किया जहाँ भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते संक्रमण का पूरा ठीकरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फोड़ दिया गया।
यही वो लोग थे जिनके कारण देश में वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार हुआ। कॉन्ग्रेस की मशीनरी ने इस दुष्प्रचार में बड़ा योगदान दिया। ये लोगों के बीच घुले-मिले रहे और चर्चाओं में ही वैक्सीन पर दुष्प्रचार करते रहे।
आईपीएस ने शपथ दिलवाई, “मैं गौरी, गणपति और अन्य हिंदू भगवानों में विश्वास नहीं करता। मैं कभी उनकी पूजा नहीं करूँगा। मैं उन्हें भगवान का अवतार नहीं मानता। मैं श्राद्ध कर्म नहीं करूँगा और न ही पिंड दान करूँगा....।"