लगभग 35-वर्षीया महिला की लाश की प्रारम्भिक जाँच में पुलिस को संदेह है कि उसने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी लाश सिद्दुलागट्टा रोड पर एक सुनसान जगह पर पड़ी मिली थी। पुलिस ने बताया कि महिला की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी।
पड़ोसी जीशान ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब पीड़िता घर में अकेली थी। उसे 22 नवंबर को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नौ दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद वह जिंदगी की जंग हार गई।
रंगा रेड्डी जिला बार काउंसिल इकलौती संस्था नहीं है, जिसने आरोपितों की सहायता से इनकार किया है। महबूबनगर बार काउंसिल ने भी आरोपितों को न्यायिक सेवाएँ देने से इनकार कर दिया था।
"रिज़वान ने बंदूक की नोक पर रेप किया। जब शोर मचाई तब मेरे पिता पहुँचे और उसे रंगे हाथों पकड़ा।" 16 साल की बलात्कार पीड़िता के इस बयान का रिजवान के वकील ने हाई कोर्ट में यह कहकर विरोध किया कि लड़की को सेक्स करने की आदत थी और आरोपित ने उसे आंतरिक या बाहरी चोट नहीं पहुँचाई।
"मुझे इस घटना का दुख है। लेकिन ये दुर्भाग्य की बात है कि पीड़िता एक डॉक्टर थी, पढ़ी-लिखी थी, फिर भी उसने ऐसे समय में पहले अपनी बहन को कॉल क्यों किया? उसने 100 नंबर पर कॉल क्यों नहीं किया। अगर वो 100 नंबर पर कॉल करती तो शायद उसे बचाया जा सकता था।"
उमर ने अपनी पहचान छिपाने के लिए पास की बिल्डिंग में लगे कैमरे भी तोड़ दिए थे, लेकिन पुलिस ने कुछ अन्य फुटेज की मदद से उसे पहचान लिया और उसकी गिरफ्तारी हुई। अब आगे की पूछताछ जारी है।
प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) की स्कूटी पंक्चर होती है... मदद के लिए कुछ लोग आते हैं... बहन को फोन करती है... थोड़ी देर में फोन स्विच ऑफ हो जाता है... अगले दिन आधी जली लाश मिलती है... लाश से 100 मीटर की दूरी पर अंडरवियर मिलता है... इन सारे बिंदुओं का कनेक्शन ढूँढने पर...
गुरुवार को भारी उपद्रव होने के कारण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है और सभी उपद्रवियों को खदेड़कर मोर्चा संभाल लिया है। माहौल को नियंत्रित करने के लिए वज्र वाहन, अग्नि शामक वाहन और भारी मात्रा में पुलिस को भी तैनात कर दिया गया है।