"बाबा रामदेव सार्वजनिक जीवन में हैं। ऐसे में उनका बयान बहुत मायने रखता है। इसलिए यह आवश्यक है कि उन्हें कोई भी बयान समय, काल व परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए देना चाहिए।"
बाबा रामदेव का एक वीडियो वायरल होने के बाद IMA ने उनके खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसी परिषद के चीफ जनवरी में अस्पतालों को ईसाई धर्मांतरण का हथियार बनाना चाहते थे।
बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमितों के विषय में जो बताया गया ऐसे सभी दावे अफवाह मात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह रोजाना सुबह 5 से 10 बजे तक स्वास्थ्य और योग से जुड़े लाइव कार्यक्रम करते हैं।