उत्तर प्रदेश के रामपुर की अदालत ने अकरम, मुस्तकीम और साजिद को अनुसूचित जाति के मजदूरों पर खतरनाक हथियारों से हमला करने और उन्हें गंभीर चोटें पहुँचाने का दोषी ठहराया है।
अब्दुल्ला के आरोपों के बाद हैदर खान ने दावा किया कि अब्दुल्ला की जान को खतरा नहीं है बल्कि उनकी जान को खतरा है। उनके दादा की भी सड़क हादसे में मौत हुई थी।