Saturday, July 27, 2024
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हाथ-पाँव तोड़ कर बिठा दो… आजम खान को सताया एनकाउंटर का डर, बीच में बैठने से भी किया इनकार: अलग-अलग जेल में शिफ्ट किए गए बाप-बेटे

रविवार की सुबह जब आजम खान को रामपुर जेल से सीतापुर के लिए शिफ्ट किया जा रहा था तब आजम खान ने एनकाउंटर की आशंका जताते हुए कहा कि कुछ भी हो सकता है। यहाँ तक कि उन्होंने पुलिस की गाड़ी में बीच में बैठने से भी मना कर दिया

दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में  समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीन फातिमा को कोर्ट ने सात-सात साल की सजा सुनाई है। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर तीनों को सीधे रामपुर जेल भेजा गया था। जहाँ से रविवार (22 अक्टूबर, 2023)  को आजम खान और उनके बेटे को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया गया। उनकी शिफ्टिंग के आदेश प्रशासन को शनिवार को ही मिल गए थे।

वहीं सपा नेता आजम खान को जेल जाते वक्त एनकाउंटर का डर सता रहा था। उन्होंने कहा, “हमारा एनकाउंटर भी हो सकता है।”

हरदोई शिफ्ट किए गए अब्दुल्ला आज़म

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब्दुल्ला आजम को आज सुबह भारी सुरक्षा के बीच जिला कारागार हरदोई में शिफ्ट किया गया है। इस बीच जब अब्दुल्ला से पत्रकारों ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं इस मामले में जेलर संजय सिंह ने बताया कि अब्दुल्ला को रामपुर से सुबह हरदोई जेल लाया गया है। दरअसल, आजम खान की ससुराल हरदोई के बिलग्राम में है इसलिए उनके बेटे को उनके ननिहाल वाले जनपद की जिला कारागार में शिफ्ट किया गया है। हरदोई में हाई सिक्योरिटी बैरक नहीं है इसलिए उन्हें आम बंदियों की तरह सामान्य बैरक में रखा गया है। 

सीतापुर जेल दोबारा पहुँचे आजम खान को सता रहा एनकाउंटर का डर 

सपा नेता आजम खान को रविवार की सुबह सीतापुर की जेल ले जाया गया। आजम खान 17 माह बाद एक बार फिर से सीतापुर जेल पहुँचे हैं। बता दें इसी जेल में वह 27 माह तक बंद रहने के बाद 20 मई 2022 को रिहा हुए थे और एक बार फिर से उन्हें यहा लाया गया है।

वहीं सुबह जब उन्हें रामपुर जेल से सीतापुर के लिए शिफ्ट किया जा रहा था तब आजम खान ने एनकाउंटर की आशंका जताते हुए कहा था कि कुछ भी हो सकता है। यहाँ तक कि उन्होंने पुलिस की गाड़ी में बीच में बैठने से भी मना कर दिया। इससे कुछ देर के लिए पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए। उन्होंने कहा कि हाथ पैर तोड़कर बैठा दो, ऐसे नहीं बैठूँगा। हालाँकि, बाद में वह किनारे ही बैठकर गए। 

रामपुर जेल में ही रहेंगी तंजीन फातिमा 

रामपुर जेल में अपने पति और बेटे के साथ रह रहीं डा. तंजीन फातिमा अब जेल में अकेले ही रहेंगी। शासन ने उनको रामपुर की जेल में ही रखने का फैसला लिया है।

क्या है पूरा मामला 

गौरतलब है कि दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में एमपीएलए कोर्ट ने बुधवार को सपा नेता आजम खान, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान को सात-सात साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने तीनों पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट ने उनको जेल भेजने के आदेश कर दिए थे, जिसके बाद पुलिस ने उनको रामपुर जेल में भेज दिया था। 

दरअसल, बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने 2019 में गंज थाने में सपा नेता आजम खान के बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दो जन्म प्रमाणपत्र होने का मामला दर्ज कराया था। जिसमें सपा नेता आजम खान और उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा को भी आरोपित बनाया गया था। 

चार्जशिट के अनुसार, रामपुर नगर पालिका द्वारा जारी एक जन्म प्रमाणपत्र में, अब्दुल्ला आजम की जन्म तिथि एक जनवरी, 1993 बताई गई थी तो दूसरे प्रमाणपत्र के अनुसार उनका जन्म 30 सितंबर, 1990 को लखनऊ में हुआ था। इस मामले में आजम खान और उनकी पत्नी पर आरोप था कि अब्दुल्ला ने अपने दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाए हैं, जिनमें एक रामपुर नगरपालिका परिषद से, जबकि दूसरा प्रमाणपत्र लखनऊ नगर निगम से बनवाया और इनका समय-समय पर गलत इस्तेमाल किया। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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