AISA और SFI के गुंडों से बाबुल सुप्रियो को बचाने के लिए आखिर में राज्यपाल को खुद यूनिवर्सिटी पहुॅंचना पड़ा। उपद्रवी छात्रों ने उन्हें भी करीब एक घंटे तक घेरकर रखा। इतना ही नहीं सुप्रियो के साथ पहुॅंची फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पॉल की साड़ी भी खीची गई।
तुमने सत्ता में रह कर ऐसा क्या किया कि तुम्हें हर जगह से नकार दिया गया? फिलहाल 2-3 यूनिवर्सिटी तक सिमट चुके हो। वहाँ भी जब तुम छात्रसंघ जैसी संस्था के अध्यक्ष बन जाते हो, तो अपने विरोधियों के द्वारा बुलाए लोगों को कैम्पस में घुसने तक नहीं देते, हिंसा पर उतर आते हो! आखिर तुम किस लोकतांत्रिक तरीके की बात करते हो?
जाधवपुर यूनिवर्सिटी अक्सर वामपंथी छात्र संगठनों की करतूतों से चर्चा में रहता है। 2016 में जेएनयू की तरह यहॉं के भी छात्रों ने अफजल के समर्थन में नारे लगाए थे। 2014 में सरेआम एक-दूसरे को चुंबन लेकर अपनी अभिव्यक्ति का इजहार किया था। अब विरोध के नाम पर न केवल केंद्रीय मंत्री के साथ बदतमीजी की गई है, बल्कि राज्यपाल को भी परिसर में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की गई ।
फेसबुक कंपनी के मुताबिक उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मानव विशेषज्ञता की मदद से इन आतंकी पोस्ट्स को डिलीट किया हैं। इसके अलावा आतंकी ग्रुप्स के अकाउंट्स पर भी बैन लगाया है।
चिड़ैया गाँव के सीआइएसएफ के जवान बाइक से स्टेशन जा रहे थे, उनकी बाइक को रोका गया, उन पर हमला हुआ और मुहर्रम के जुलूस में शामिल एक युवक ने तो सीआईएसएफ के जवान पर चाकू से भी वार किया.......
शमी और उनके भाई हसीद अहमद को कोर्ट ने सरेंडर करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। शमी फिलहाल भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज दौरे पर हैं। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि अभी कोई कार्रवाई करना जल्दबाजी होगी।
आँकड़े बताते हैं कि राजस्थान में गहलोत सरकार के आने के बाद अपराधों में बड़ा उछाल आया है। पुलिसिया आँकड़ों के मुताबिक इस साल बढ़कर जनवरी से अप्रैल के बीच 62,666 आपराधिक मामले दर्ज हुए। महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के मामलों में 40.56% उछाल आया।
इसी इलाके में भाजपा-टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गए थे। हाल के दिनों में राज्य में राजनीतिक हिंसा में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थकों की हत्याएँ हुई है।
स्थानीय गुंडों ने स्कूल में ज़बरदस्ती घुसकर ‘जय श्री राम’ बोलने वाले छात्रों की लाठी-डंडों से पिटाई शुरू कर दी। अचानक हुए इस हमले से स्कूल में अफ़रा-तफ़री का माहौल बन गया और चारों तरफ़ से चीखों की आवाज़ आने लगीं। सूचना पाकर विष्णुपुर थाने की पुलिस मौक़े पर पहुँची लेकिन...