Tuesday, November 26, 2024
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तोड़ डाली गुंबद, हटा दी मीनारें: चीन में आखिरी मस्जिद पर भी चला हथौड़ा, पाकिस्तानी बोले- ये काम भारत करता तो हम हल्ला मचाते

पिछले साल तक चीन की इस मस्जिद पर हरे रंग का गुंबद था जिसपर आधा चांध भी दिखता था। इसके अलावा इसके अगल-बगल चार मीनारें थीं। 2022 में भी इसमें रग-रोगन का काम हुआ था, लेकिन अब अगर इस मस्जिद को देखें तो ये बिलकुल चीनी स्टाइल में तब्दील इमारत है।

चीन में इस्लामी कट्टरपंथ से निपटने के नाम पर वहाँ 5 साल पहले शुरू हुआ हर इमारत के चीनीकरण का काम पूरा होने को है। खबर है कि वहाँ अरबी शैली में बनी आखिरी बड़ी मस्जिद से मीनार और गुंबद भी हटवा दी गई है और इस मस्जिद को चीनी स्टाइल में खड़ी किया गया है। सामने आई तस्वीरों में पहले और अब के बदलाव साफ देखे जा सकते हैं।

बता दें कि चीन ने साल 2019 में हर इस्लामी इमारत को चीनी स्टाइल में बदलने का फैसला लिया था। उसके बाद ही मस्जिदों से गुंबद और मीनार हटने शुरू हुए और 5 सालों में देश की आखिरी मस्जिद से मीनार हटने का काम भी पूरा हो गया। ये आखिरी मस्जिद शादियन में स्थित था, जो कि दक्षिण-पश्चिमी युन्नान प्रांत में एक जगह है।

इस मस्जिद का निर्माण सबसे पहले मिंग राजवंश के दौरान हुआ था और फिर सांस्कृतिक क्रांति के दौरान इसे नष्ट कर दिया गया था बाद में फिर इस मस्जिद का पुननिर्माण हुआ। इस दौरान ये ध्यान दिया गया कि ये मस्जिद सऊदी अरब के मदीना में बनी मस्जिद जैसी हो, लेकिन अब चीन में एक बार फिर इस इस्लामी इमारत में बदलाव करवा दिए गए हैं। ये मस्जिद इतनी बड़ी थी कि इसमें 10 हजार लोग दुआ पढ़ने आ सकते थे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले साल तक इस मस्जिद पर हरे रंग का गुंबद था जिसपर आधा चांध भी दिखता था। इसके अलावा इसके अगल-बगल चार मीनारें थीं। 2022 में भी इसमें रग-रोगन का काम हुआ था। लेकिन अब अगर इस मस्जिद को देखें तो ये बिलकुल चीनी स्टाइल में तब्दील इमारत है। सिर्फ इसके सामने थोड़ा बहुत उर्दू में लिखा दिखाई देता है। ऐसे ही चांद और टाइलें भी वहाँ से कम कर दी गई हैं।

चीन के इस तरह इस्लामी इमारतों को चीनी सभ्यता का बनाने के प्रयास पर कई पाकिस्तानियों ने रिएक्ट किया है। पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि अगर यही काम भारत या फिर किसी अन्य मुल्क में हो रहा होता तो पाकिस्तान इसका हल्ला मचा देता, मगर चूँकि यह हरकत चीन ने की है तो उन्हें इससे कोई लेना देना नहीं है। उन्हें न अपना मजहब याद आ रहा है और न ही मुसलमानों पर होता खतरा। मुल्क की आवाम इसलिए भी नाराज है क्योकि इस मुद्दे पर पाकिस्तान की सरकार न तो इस पर अपना मुँह खोल रही है और न ही इसका विरोध कर रही है।

सना अमजद के यूट्यूब चैनल पर इस मुद्दे को उठाकर पाकिस्तानी आवाम की राय माँगी गई जिसमें पाकिस्तान के लोग भी अपनी सरकार के रवैये के खिलाफ दिखाई दिए। एक पाकिस्तानी ने कहा कि भारत हमारा दुश्मन नहीं है। दुश्मन है तो सिर्फ चीन। कभी भी चीन ने किसी के साथ सौदा बिना लालच के नहीं किया। फिर भी पाकिस्तान उनके खिलाफ कुछ नहीं कहता है।

पाकिस्तानी लोगों ने कैमरे पर यहाँ तक बोला कि भारत की बारी आने पर पाकिस्तानी कश्मीर-कश्मीर करने लग जाते है, लेकिन उनका ध्यान इस पर क्यों नहीं जाता कि लद्दाख की पट्टी पर चीन अपना कब्जा जमाए बैठे हुए है, फिर आखिर कोई उसके खिलाफ क्यों नहीं बोल रहा है। इसके अलावा पाकिस्तानियों ने ये भी कहा कि पाकिस्तान में चीन की दोस्ती की कसमें और भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी सिर्फ इसलिए होती है क्योंकि इससे उन्हें फायदा होता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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