Friday, October 18, 2024
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जो बायडेन फिर से बने अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार: ‘भूलने की बीमारी’ के कारण कर दिया था ट्वीट, सदमे में कमला हैरिस, 12 घंटे से हैं गायब

कमला हैरिस सदमा में चली गई हैं, 12 घंटे से लापता हैं। अमेरिका के राजनीतिक पत्रकार बता रहे हैं कि जगह-जगह उनको खोज कर लाने वाले पोस्टर भी चिपका दिए गए हैं।

अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इसके लिए चुनाव होने वाला है। कुछ लोग इस चुनावी मैदान में दम ठोक रहे हैं, कुछ पर्दे के पीछे से खेल कर रहे। इन सबके बीच जो वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, मतलब जो बायडेन… वो एक ट्वीट कर देते हैं। कहते हैं – “हमसे न हो पाएगा।”

इस ट्वीट के बाद जो बायडेन की पार्टी मतलब डेमोक्रेटिक पार्टी में कई लोग खेल खेलने लगे। सब अपनी गोटियाँ सेट करने में लग गए। बराक ओबामा भी! 27 मिनट में ही लेकिन जो बायडेन ने खेल पलट दिया। कमला हैरिस को नॉमिनेट करके।

बराक ओबामा इसके कारण गुस्से में आ गए। पूर्व हाउस स्पीकर और गोरी चमड़ी वाली नैन्सी पेलोसी पहले से ही नेतागिरी झाड़ रही थीं। कमला का नाम सुनते ही उन्होंने भी अपना पासा फेंका। भारत वाली कमला अमेरिका की राष्ट्रपति बने, यह उन्हें पसंद नहीं। औरत ही औरत की दुश्मन बन गई!

डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं को लेकिन एक बात का अंदाजा नहीं था। सब कुछ जानते हुए भी वो कुछ मिस कर रहे थे। हंटर बायडेन को! जिसका बेटा हंटर बायडेन हो, जिसके बेटे के लैपटॉप का पासवर्ड analf*ck69 हो, जिसके लैपटॉप में पोर्न इतने गंदे कि मैकेनिक को धोना पड़े… बावजूद बिना शोर-शराबे के जो बायडेन राष्ट्रपति बने रहते हैं… मतलब राजनीति जिसको जितनी करनी हो, कर ले… कहानी का अंत तो बायडेन ही करेंगे।

हुआ भी वही। और यह अचानक से हुआ, ऐसा नहीं है। इसके लिए छवि गढ़ी गई थी। महीनों-सालों से उस पर काम किया गया था। एक तरह का व्यूह रचा गया था। भूलने की बीमारी का व्यूह। कुछ भी उल्टा-पुल्टा हो जाए, मुँह से कुछ अलबल निकल जाए, किसी से चुम्माचाटी हो जाए… ऐसे मामलों के लिए भूलने की बीमारी जो बायडेन के साथ जोड़ दी गई।

2 मिनट पहले ट्वीट किया जाता है – I’m sick

2 मिनट बाद ट्वीट किया जाता है – of Elon Musk and his rich buddies trying to buy this election. And if you agree, pitch in here.

यह सब क्यों? क्योंकि यही राजनीति है। ओबामा जैसों को पटखनी देने में यही बीमारी अंत में काम आई। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी तक सब उनके साथ थे। रात में जैसे ही बायडेन ने ट्वीट कर दिया कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी उम्मीदवारी छोड़ते हैं, तब सारे डेमोक्रेट नेताओं ने अपना-अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया।

जिस कमला हैरिस को अपना उत्तराधिकारी बनाया, उसने भी खुशी के मारे ट्वीट कर आभार जताया। जबकि होना क्या चाहिए था? कमला को भोकार पार-पार के, सर पटक-पटक कर रोना चाहिए था, भले ही नाटक करते हुए। किया उसने? नहीं।

जो बायडेन के ट्वीट का स्क्रीनशॉट (फॉन्ट देख कर लेकिन एडिटेड लग रहा है, शायद किसी ने व्यंग्य किया हो)

बस बायडेन को इसी से गुस्सा आ गया। एक ट्वीट कर दिया। ऊपर के ट्वीट के बाद कमला हैरिस सदमा में चली गई हैं, 12 घंटे से लापता हैं। अमेरिका के राजनीतिक पत्रकार बता रहे हैं कि जगह-जगह उनको खोज कर लाने वाले पोस्टर भी चिपका दिए गए हैं।

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चंदन कुमार
चंदन कुमारhttps://hindi.opindia.com/
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