राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फ़ैसले के बाद तमाम तरह की प्रतिक्रियाओं का दौर अभी भी जारी है। इस फ़ैसले का स्वागत न सिर्फ़ हिन्दुओं ने किया बल्कि मुस्लिमों ने भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया। इनमें कई नामी हस्तियों के नाम भी शामिल हैं। इसी कड़ी में शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भगवान राम इमामे हिन्द और मुस्लिमों के पूर्वज हैं।
इतना ही नहीं, रिज़वी ने राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए 51 हज़ार रुपए का चेक भी दिया। उन्होंने कहा कि वो आगे भी मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग करेंगे। बता दें कि शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी हमेशा से ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के समर्थन में रहे हैं। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद उन्होंने कहा था कि शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड अपने मक़सद में क़ामयाब रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारा हमेशा से ही मक़सद रहा है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर ही राम मंदिर बने।
इस सन्दर्भ में वसीम रिज़वी ने ख़त भी जारी किया है। ख़त में उन्होंने लिखा, “सर्वोच्च न्यायालय का जो फ़ैसला आया है वही एक अकेला रास्ता था जिससे यह मामला सुलझ सकता था। अब हिन्दुस्तान में राम जन्भूमि के स्थान पर दुनिया का सबसे सुन्दर मन्दिर बनने की तैयारी हो रही है।”
इसके आगे उन्होंने लिखा, “इमामे हिन्द भगवान श्री राम जो हम सभी मुस्लिमों के पूर्वज भी हैं। उनके राम मन्दिर निर्माण के लिए वसीम रिज़वी फ़िल्म्स द्वारा 51 हज़ार रुपए की भेंट राम जन्मभूमि न्यास को श्री राकेश दास जी और अयोध्या ज़िला प्रभारी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड सदस्य श्री अशफ़ाक़ हुसैन के माध्यम से भेजी जा रही है।” साथ ही उन्होंने मस्जिद निर्माण के लिए भी आर्थिक सहयोग करने की बात की।
ख़बर यह भी है कि शायद आज (14 नवंबर) वो अयोध्या भी जाएँगे। अयोध्या में वसीम रिज़वी साधु-संतो में मुलाक़ात करने से पहले राम लला के दर्शन करेंगे। इसके बाद वो महंत धर्मदास, दिगंबर अखाड़ा में महंत सुरेश दास से भी मुलाक़ात करेंगे। इसके अलावा, वसीम रिज़वी राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल और नारायण मिश्र से भी मुलाक़ात कर सकते हैं। वहीं, ऐसी भी संभावना है कि आज ही के दिन वो वेदांती और परमहंस दास से भी मुलाक़ात करेंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या विवाद पर फ़ैसला आने के बाद कई लोगों को सुरक्षा प्रदान की थी। इनमें एक नाम वसीम रिज़वी का भी है। जानकारी के अनुसार, शिया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी और शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष ज़ुफ़र फ़ारूकी की सुरक्षा को बढ़ाकर उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।