नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर प्रदेश में हुई हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। उपद्रवियों की पहचान कर एफआईआर दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार का सिलसिला जारी है।
यूपी पुलिस के अनुसार राज्य में विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है। हिंसा को लेकर अलग-अलग जिलों के थानों में 124 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 705 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। करीब 4500 लोगों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने शनिवार (दिसंबर 21, 2019) को मीडिया से बात करते हुए ये आँकड़ें सार्वजनिक किए। उन्होंने बताया कि सीएए को लेकर लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शनों में अब तक 124 एफआईआर दर्ज की गई है। 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 4500 लोगों को निरोधात्मक कार्रवाई के तहत हिरासत में लिया गया।
आईजी के अनुसार पथराव, आगजनी में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें 57 पुलिसकर्मियों को गोली लगी है। इस पूरी हिंसा में 15 लोगों की मौत हुई है। जाँच में पुलिस ने नॉन प्रतिबंधित बोर के 405 खोखे बरामद किए हैं।
Praveen Kumar, IG(Law&Order): In protest against #CitizenshipAmendmentAct since Dec 10 in state, 705 people arrested&around 4500 people released after preventive arrest.15 casualties have happened,&263 police personnel were injured of which 57 personnel received fire arm injuries pic.twitter.com/L4d7GKDdHG
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2019
गौरतलब है कि सड़कों पर उतरे उपद्रवियों के अलावा सोशल मीडिया पर भी इस समय यूपी पुलिस ने कड़ी निगरानी बनाई हुई है। आईजी प्रवीण कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सोशल मीडिया के 14,101 आपत्तिजनक पोस्टों से संबंधित लोगों पर कार्रवाई की गई है। इनमें टि्वटर की 5965, फेसबुक की 7995 और यूट्यूब की 142 आपत्तिजनक पोस्टों पर कार्रवाई की गई है। इनमें 63 एफआईआर दर्ज की गई हैं, वहीं 102 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, इनके अलावा 442 पाबंद किए गए हैं।