Sunday, September 8, 2024
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पथराव के बाद जान बचाकर भागे कन्हैया कुमार: शिवसैनिकों सहित 3 गिरफ्तार, 30 पर FIR

कन्हैया इस यात्रा के तहत अब तक करीब 10 शहरों में जा चुके हैं। आठ बार उन पर हमला हो चुका है। उनका भारी विरोध हो रहा है। विरोध भी कुछ इस तरह कि लोग उन पर अंडे, मोबिल और पत्थर तक फेंक रहे हैं।

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे सीपीआई नेता कन्हैया कुमार पर हमले के सिलसिले में शिवसेना के दो पदाधिकारी सहित तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 30 लोगों पर एफआईआर हुई है। बिहार के आरा में हुए पथराव के बाद कन्हैया कुमार को जान बचाकर भागना पड़ा था। इस दौरान उनके काफिले में शामिल वाहनों ने कई लोगों को कुचल दिया था।

गौरतलब है कि बीते करीब दो हफ्तों में कन्हैया कुमार पर बिहार में आठ बार हमले हो चुके हैं। ‘जन-गण-मन यात्रा’ पर निकले कन्हैया जहॉं भी जा रहे हैं वहीं उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यह यात्रा 30 जनवरी को शुरू हुई थी। शुक्रवार (फरवरी 14, 2020) को उनके काफिले पर हमला तब हुआ था जब वह आरा के रमना मैदान जा रहे थे। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने काफिले पर हमला कर दिया। हमले में कई वाहन क्षतिग्रस्त भी हो गए थे।

इस सिलसिले बिहार पुलिस ने शिवसेना के पदाधिकारियों सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिवसेना के पदाधिकारियों ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। पुलिस ने शिवसेना के महासचिव विक्रमादित्य और संजय गुप्ता को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस रात-दिन छापेमारी में लगी हुई है। वहीं कन्हैया के काफिले से कुचलकर घायल हुए शिवसेना कार्यकर्ता सनी तिवारी का इलाज चल रहा है।

कन्हैया के काफिले पर हमले में कई लोग घायल और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। आरोप है कि कन्हैया के कार्यक्रम स्थल पहुँचने से पहले मंच को आग के हवाले करने की भी कोशिश की गई थी।

कन्हैया इस यात्रा के तहत अब तक करीब 10 शहरों में जा चुके हैं। यह यात्रा एक महीने तक चलने वाली है। कन्हैया कुमार को लगातार भारी विरोध का सामना करना पड़ा रहा है। विरोध भी कुछ इस तरह कि लोग कन्हैया पर अंडे, मोबिल और पत्थर तक फेंक रहे हैं। उन पर मोतिहारी, सुपौल, कटिहार, सीवान, मधेपुरा, गोपालगंज, जमुई, गया और सारण सहित कई स्थानों पर हमला हो चुका है। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि वह देशद्रोही हैं, उनसे देश के लिए बेहतरी की उम्मीद नहीं की जा सकती।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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