झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और एक समय में प्रदेश की राजनीति का कद्दावर चेहरा रहे बाबूलाल मरांडी की सोमवार (फरवरी 17, 2020) को ‘घर वापसी’ हो गई। मरांडी ने अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (JVM) का भारतीय जनता पार्टी में विलय कर दिया। मरांडी ने यह फैसला इसी महीने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद लिया था। सोमवार को राँची में एक कार्यक्रम के दौरान मरांडी ने विलय की औपचारिक घोषणा की। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। उन्होंने मरांडी का पार्टी में स्वागत किया।
Jharkhand: Babulal Marandi, former Chief Minister and Jharkhand Vikas Morcha (JVM) chief merges his party with the Bharatiya Janata Party (BJP) at an event in Ranchi, in the presence of Union Home Minister & BJP leader Amit Shah. pic.twitter.com/8EiDUHEZQI
— ANI (@ANI) February 17, 2020
शाह ने कहा, “मुझे खुशी है कि बाबूलाल मरांडी बीजेपी में लौट आए हैं, मैं 2014 से उनकी वापसी के लिए काम कर रहा था।” उनकी घर वापसी को लेकर झारखंड की राजधानी राँची में विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। बीजेपी ने इसे मिलन समारोह का नाम दिया। मरांडी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और वे पार्टी के लिए झाड़ू लगाने को भी तैयार हैं।
भारतीय जनता पार्टी में झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री श्री @yourbabulal जी का स्वागत है. #UnitedBJPInJharkhand pic.twitter.com/OzqlscylTC
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) February 17, 2020
बाबूलाल मरांडी ने अमित शाह को धन्यवाद दिया और उपस्थित सभी लोगों का आभार जताते हुए कहा, “आज पार्टी में मेरा जिस तरह से बाँहें फैला कर स्वागत किया गया, उसके लिए मैं सबका आभार प्रकट करता हूँ। मैं आज पार्टी में आया हूँ तो किसी पद के मोह में नहीं आया हूँ। मुझे पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे स्वीकार करूँगा। मैं एक आम कार्यकर्ता की तरह काम करूँगा। पार्टी अगर मुझे झाड़ू लगाने का काम भी मुझे देगी तो मैं उसे करूँगा।”
इस दौरान शाह ने कहा कि लोग चर्चा करते हैं कि बीजेपी झारखंड में चुनाव हार गई। लेकिन बीजेपी का लक्ष्य सरकार बनाना नहीं है, बल्कि राष्ट्र और समाज का निर्माण करना होता है। इस लक्ष्य के लिए हमलोग सालों विपक्ष में रहे हैं। वहीं मरांडी ने अपने संबोधन में हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है, लोगों की हत्याएँ हो रही है, लेकिन सरकार बेखबर है।
बता दें कि बाबूलाल मरांडी ने 2006 में बीजेपी से अलग होकर झारखंड विकास मोर्चा के नाम से नई पार्टी का गठन किया था। हालाँकि उनकी पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। 2009, 2014 और 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी को क्रमशः 11, 8 और 3 सीटों पर जीत मिली।