Wednesday, November 27, 2024
Homeराजनीतिअगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वह जिंदा कैसे हो...

अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वह जिंदा कैसे हो जाएगा: CAA विरोधी हिंसा पर CM योगी

समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियाँ चलवाकर अयोध्या की मान्यता को दूषित करने का प्रयास किया वो आज हमसे उपद्रवियों पर होने वाली कार्रवाई का जवाब माँग रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान किसी की भी जान पुलिस की गोली से नहीं गई। ​जो भी मरे वे उपद्रवियों की गोली से ही मरे हैं। उन्होंने बुधवार (फरवरी 19, 2020) को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही।

रिपोर्ट्स के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने कहा, “अगर कोई व्यक्ति किसी निर्दोष को मारने के लिए निकला है और वह पुलिस की चपेट में आता है, तो या तो पुलिसकर्मी मरे, या फिर वह मरे। किसी एक को तो मरना होगा, लेकिन एक भी मामले में पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा है।” मुख्यमंत्री ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा, “अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वह जिंदा कैसे हो जाएगा।”

ज्ञात हो कि CAA के विरोध में बीते दिसंबर महीने में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई थी। इस पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि कोई लोगों को निशाना बनाने के इरादे से सड़क पर उतरता है तो या तो वह मरता है या फिर पुलिसकर्मी मरता है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियाँ चलवाकर अयोध्या की मान्यता को दूषित करने का प्रयास किया वो आज हमसे उपद्रवियों पर होने वाली कार्रवाई का जवाब माँग रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, “CAA के खिलाफ हिंसा हमें इस बारे में फिर सोचने को मजबूर करती है। आंदोलन में पीछे से हिंसा कर रहे लोगों को राजनीतिक संरक्षण मिला था। गत 15 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हिंसा हुई, तो मैंने अलीगढ़ प्रशासन को सतर्क रहने को कहा। उस रात 15 हजार छात्र सड़क पर उतरकर अलीगढ़ को जलाना चाहते थे। अंदर से पहले पत्थर और फिर पेट्रोल बम फेंके गए। उसके बाद असलहे चले। कुलपति के लिखित अनुमति देने पर ही पुलिस अंदर गई और हल्का बल प्रयोग किया।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, “अब तक तो मैं सोचता था कि अपराधी भी अपने पुत्र-पुत्रियों को अपराधी नहीं बनाना चाहते हैं। मगर यहाँ कुछ नेता अपने पुत्र-पुत्रियों को देश विरोधी नारे लगाने वालों के बीच भेजते हैं। आप किस तरफ ले जा रहे हैं? आपको तय करना होगा। आपको बापू के सपने को साकार करना है या जिन्ना के सपने को?”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में CAA के विरोध में हुई हिंसा में देशविरोधियों के षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने कहा कि हिंसा फैलाने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के लोग हैं। PFI सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) का नया वर्जन है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘आप चुनाव जीते तो EVM सही, आप हारे तो हुई छेड़छाड़’: सुप्रीम कोर्ट ने सिस्टम बदलने से किया इनकार, अब बैलेट पेपर के लिए...

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने याचिका को सुनवाई के योग्य ही नहीं पाया।
- विज्ञापन -