अभी हाल ही में आई अवॉर्ड विनिंग फ़िल्म ‘जोकर’ का नाम तो आपने सुना ही होगा। इसमें टाइटल किरदार अदा करने वाले अभिनेता वॉकीन फीनिक्स हॉलीवुड के जाने-माने नाम हैं। फीनिक्स को इस किरदार के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया। अब फीनिक्स फिर से चर्चा में हैं लेकिन अपनी फ़िल्म की वजह से नहीं, वास्तविक जीवन में एक कारनामा करने के कारण। अपने फ़िल्मी किरदार के लिए इस साल के लगभग सारे अवॉर्ड्स जीतने वाले 45 वर्षीय अभिनेता ने एक गाय और उसके बच्चे की जान बचाई। फीनिक्स ने माँ-बच्चे को मौत के मुँह से बचाया।
हुआ यूँ कि गुरुवार (फरवरी 20, 2020) को फीनिक्स ने कैलिफोर्निया पहुँच कर वहाँ के एक बूचड़खाने से एक ऐसे गाय की जान बचाई, जिसने तीन दिन पहले ही एक बछड़े को जन्म दिया था। ‘लिबर्टी’ नामक गाय के मालिक से मिले और उनसे गाय को कटने से बचाने को कहा। ऑस्कर विजेता अपनी माँ, मंगेतर और लॉस एंजेल्स के ‘एनिमल सेव’ नामक पशु अधिकार संस्था के लोगों के साथ पहुँचे थे। फीनिक्स ने बूचड़खाने के सीईओ एंथोनी डी मरिया से बातचीत की, जिन्होंने बताया कि वो अपने कसाईखाने में वो ऐसे गायों को नहीं मारते, जिन्होंने बच्चों को जन्म दिया हो। साथ ही एंथोनी ने बच्चों को भी नहीं काटे जाने की बात कही।
हालाँकि, फीनिक्स और एंथोनी के बीच तीखी बहस भी हुई। फीनिक्स का कहना था कि पशुओं को काटना ‘हत्या’ है, जबकि एंथोनी इसे ‘फसल काटने’ जैसा बता रहे थे। फीनिक्स ने गाय के बच्चे का नाम ‘इंडिगो’ रखा है। ‘लिबर्टी’ और ‘इंडिगो’ को एक ट्रक में डाला गया और बूचड़खाने से ले जाया गया। इस घटना के बारे में फीनिक्स ने कहा:
“मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे एक कसाईखाने में एक अच्छा दोस्त मिलेंगे। लेकिन, एंथोनी से दिल खोल कर मिलने के बाद ऐसा लगा कि हम दोनों की सोच में काफ़ी समानताएँ हैं, भले ही कई मुद्दों पर हम अलग राय रखते हों। अगर एंथोनी ने दलालुता नहीं दिखाई होती तो शायद लिबर्टी और इंडिगो एक भयानक मौत मारे जाते। मैं वादा करता हूँ कि लिबर्टी और इंडिगो अब जीवन में कभी क्रूरता का सामना नहीं करेंगे, यहाँ तक कि किसी कसाई का हाथ तक उन्हें नहीं छू पाएगा। लिबर्टी और इंडिगो की देखरेख एक फार्म में की जाएगी। वो जैसे-जैसे बड़े होंगे, हमें याद आता रहेगा कि कुछ दोस्तियाँ अचानक से कहीं भी हो जाती हैं। भले ही कितनी भी असमानताएँ हों, दया और क्षमा का ही वातावरण रहना चाहिए।
फीनिक्स इससे पहले सूअरों को भी कसाईखाने जाने से बचाने के लिए अभियान चला चुके हैं। अवॉर्ड्स मिलने के बाद उन्होंने अपने कई सम्बोधनों को लोगों को शाकाहारी बनने की अपील की थी और यहाँ तक कि गाय का दूध तक न पीने की सलाह दी थी, ताकि बच्चों का पूरा भरण-पोषण हो सके। पर्यावरण और पशु अधिकार को लेकर फीनिक्स ख़ासे संजीदा हैं।