दिल्ली दंगों को लेकर खूँखार आतंकी संगठन अलकायदा का बयान आया है। हाल ही में तालिबान और अमेरिका के बीच शांति समझौता हुआ, जिस बैठक में भारत के प्रतिनिधि भी शामिल थे। अलकायदा ने कहा है कि शांति समझौता होना अमेरिका की हार है और दिल्ली दंगों से जिहाद को नई ऊर्जा मिली है। अलकायदा के जम्मू कश्मीर यूनिट ने कहा कि ये एक सुखद समय है जब खोरासन में ‘अत्याचारी सेना’ को अपनी हार स्वीकार करनी पड़ी है और शांति समझौते पर हस्ताक्षर करना पड़ा है।
अलकायदा ने दिल्ली दंगों को लेकर मुस्लिम समुदाय की प्रशंसा की है। अपने बयान में अलकायदा जम्मू कश्मीर ने अपने बयान में आगे कहा:
“ये आशा का मौसम है। भारतीय मुस्लिमों ने तय कर लिया है कि अब वो बहुत से देवताओं की पूजा करने वाले हिन्दुओं के अत्याचार और उत्पीड़न का शिकार नहीं बनेंगे। “
ये बयान ‘अंसार गजवातुल हिन्द’ की तरफ से आया है, जो आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन द्वारा स्थापित आतंकी संगठन अलकायदा के जम्मू कश्मीर यूनिट का नाम ही ‘अंसार गजवातुल हिन्द’ है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की धाराओं को निरस्त किए जाने के बाद से ये पहली बार है जब इस आतंकी संगठन का बयान आया है। पिछले महीने दक्षिणी कश्मीर के त्राल में जहाँगीर रफीक वानी रजा उमर मकबूल और सआदत थोकर को मार गिराया गया था। अलकायदा ने इन दोनों की मौत को ‘शहीदी’ करार देते हुए कहा कि ‘इस्लाम के दोनों वफादार बेटों’ ने उम्माह (इस्लामिक मुल्क) की दिशा में एक बड़ा ‘बलिदान’ दिया है।
अलकायदा ने जम्मू कश्मीर को ‘हिन्दुओं से आज़ाद’ करा के यहाँ शरिया क़ानून लागू करने की बात कही है। संगठन ने कहा कि जब तक जेरुसलम का मस्जिद-ए-अक़्सा और अयोध्या का बाबरी मस्जिद ‘काफिरों’ से मुक्त नहीं हो जाता, तब तक जंग जारी रहेगी। अंदेशा लगाया जा रहा है कि शांति समझौते के बाद कहीं तालिबान अब कश्मीरी जिहादी और आतंकी संगठनों को पनाह देना न शुरू कर दे।
The statement from Ansar Ghazwa’tul Hind, the Kashmir-based wing of al-Qaeda, was its first since the Government of India ended Kashmir’s special constitutional status in August.https://t.co/dfvGdRcMu0
— News18.com (@news18dotcom) March 3, 2020
अलकायदा का सरगना ज़ाकिर मूसा को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। हाल ही में त्राल में एक इस्लामी त्यौहार के मौके पर उसके समर्थन में नारे लगाए गए थे। दक्षिण एशिया के अलकायदा संगठन के मुखिया उसामा महमूद का कहना है कि जम्मू कश्मीर में उसकी विजय तभी होगी जब भारत के शहरों को निशाना बनाया जाए।