अंतरराष्ट्रीय मीडिया पोर्टल ‘अल जज़ीरा’ ने दिल्ली के हिन्दू-विरोधी दंगों को भड़काने के लिए न सिर्फ़ फेक न्यूज़ चलाया बल्कि देश के नक़्शे के साथ भी छेड़छाड़ किया। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट में अब मीडिया संस्थान के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई है। ‘अल जज़ीरा’ के टीवी चैनल के ख़िलाफ़ दिल्ली में हुए हिन्दू-विरोधी दंगों को भड़काने का भी मामला चलेगा, ऐसी उम्मीद है। इस शिकायत को दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भेजा गया है। अब देखना ये है कि ‘अल जज़ीरा’ पर इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।
हालाँकि, अभी तक दिल्ली पुलिस ने इस शिकायत को एफआईआर में तब्दील नहीं किया है। इस शिकायत को जेपी नबजीबन ने दर्ज कराया है। वो ‘कलिंगा राइट्स फोरम’ के राष्ट्रीय संयोजक हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि ‘अल जज़ीरा’ और उसके ‘AJ+’ ने लगातार कई ऐसे लेख, वीडियो और ख़बरें प्रकाशित किए हैं, जिससे दिल्ली हिंसा में उसका हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके माध्यम से भारत ही नहीं, बल्कि यूरोप में भी हिन्दू-घृणा फैलाई जा रही है। उसके कंटेंट्स हिन्दू-घृणा से सने होते हैं और अरब क्षेत्र में रह रहे हिन्दुओं को इस मीडिया पोर्टल से प्रभावित लोगों से ख़तरा है।
AJ+ छोटे-छोटे वीडियो बनाता है, जिनके माध्यम से भारत की नकारात्मक छवि बनाई जाती है और ऐसा दिखाया जाता है कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए जरा भी सुरक्षित नहीं है। ‘अल जज़ीरा’ ने इसी क्रम में भारत का छेड़छाड़ किया हुआ नक्शा शेयर किया और इस तरह से उसने भारत की अखण्डता के ख़िलाफ़ क़दम उठाया है। नबजीबन ने इस बारे में बात करते हुए बताया:
“केवल पश्चिमी मीडिया ही नहीं, जो भी देश की अखंडता के ख़िलाफ़ ये सब करेगा, हम उन सभी के ख़िलाफ़ क़ानूनी विकल्प आजमाएँगे। मीडिया का कर्तव्य है कि वो सूचनाओं और फैक्ट्स को को जनता तक पहुँचाए, ये नहीं कि देश की छवि ख़राब करे। भारत का छेड़छाड़ किया हुआ नक्शा शेयर करना अपराध है और एक नागरिक के तौर हम हम ये बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसीलिए, हमने शिकायत दर्ज कराई।“
इसके अलावा ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के ख़िलाफ़ भी शिकायत दर्ज कराई गई, जिसने दिल्ली दंगों को लेकर हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए ग़लत सूचनाएँ साझा की थी। अभी तक इस मामले में भी एफआईआर दर्ज होनी बाकी है।