Sunday, December 22, 2024
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क्या बंगाल में हैं लाखों-लाख कोरोना मरीज? ममता बनर्जी के बयान के बाद लोगों ने पूछे दनादन कई सवाल

"क्या ममता बनर्जी आखिरकार स्वीकार कर रही हैं, जो हम सब कह रहे हैं कि बंगाल में कोरोना वायरस के कई मामले हो सकते हैं? उन्होंने संख्या को 'लाख' में रखा है और संभावना है कि उनके पास कोरोना मरीज की सटीक संख्या हैं। अब कृपया सार्वजनिक डोमेन में भी बंगाल के वास्तविक कोराना वायरस आँकड़ें को रखें।"

कोरोना को परास्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं कुछ राज्य सरकारें इस महामारी पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी शामिल है।

दरअसल, आशंका जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या को छिपा रही हैं। अब उनके ताजा बयान से ये आशंका ज्यादा गहरी हो गई है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों की संख्या लाखों में हो सकती है।  

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि उन्होंने एक निर्णय लिया है कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है और उसके पास अपने घर पर खुद को आइसोलेट करने की जगह है तो वह शख्स खुद को क्वारंटाइन कर सकता है। लाखों लाख लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जा सकता है, सरकार की भी अपनी सीमाएँ हैं। 

ममता बनर्जी के इस ट्वीट के बाद से लोग उनसे सवाल पूछने लगे। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए उनसे पूछा, “क्या ममता बनर्जी आखिरकार स्वीकार कर रही हैं, जो हम सब कह रहे हैं कि बंगाल में कोरोना वायरस के कई मामले हो सकते हैं? उन्होंने संख्या को ‘लाख’ में रखा है और संभावना है कि उनके पास कोरोना मरीज की सटीक संख्या हैं। अब कृपया सार्वजनिक डोमेन में भी बंगाल के वास्तविक कोराना वायरस आँकड़ें को रखें।”

एक यूजर ने लिखा, “मतलब, कितने लाख कोरोना केस हैं कि ऐसा डिसीजन….?”

एक ने लिखा, “लाखों-लाख? क्या ये ममता बनर्जी सरकार की विफलता नहीं है?”

एक अन्य यूजर ने लिखा कि अभी तक सब कुछ ममता सरकार के अनुसार सुचारू रुप से चल रहा था, लेकिन अब जब असली रिपोर्ट और आँकड़े सामने आने लगे हैं तो ये रिएक्शन सामने आ रहा है।

एक ने तो कोरोना मरीजों की असली संख्या बताने के लिए उनका शुक्रिया अदा भी किया।

प्रीतम नाम के यूजर ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, “होम क्वारंटाइन हुए मरीजों का इलाज कौन करेगा? आपको अपने राज्य में उतने ही अवैध प्रवासियों को शरण देनी चाहिए, जिसको आप संभाल सको और आज अगर ये लाखों-लाख हुए हैं तो इसकी वजह भी आप ही है, क्योंकि आप उसे रोकने में असमर्थ रहीं। भगवान बचाए बंगाल को।”

एक यूजर ने ममता की अंतिम पंक्ति की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने परोक्ष रूप से स्वीकार कर लिया है कि पश्चिम बंगाल की स्थिति काफी गंभीर है और उनकी सरकार इससे निपटे में असमर्थ है।

खुशहाल सिंह कोरांगा ने लिखा, “ममता दीदी का खेल तो देखो! मरीजों को अगर हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ेगा तो परिचय तो देना ही पड़ेगा! लेकिन ममता नही चाहती की उसके प्यारे रोहिंग्या को कोई पहचान ले, अतएव दुनिया की सबसे विचित्र राह निकाल डाली उपचार की वो भी करोना की! मर जाएँगे लेकिन मज़ाल रोहिंग्या पर कोई आँच आने पाए?”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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