Sunday, September 8, 2024
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हम आपकी चिंताओं को गंभीरता से ले रहे हैं: कॉन्ग्रेस के पत्र पर फेसबुक का जवाब

फेसबुक की ओर से कॉन्ग्रेस को भरोसा दिलाया गया है कि वह एक निष्पक्ष संस्था है और किसी भी तरह की हेट स्पीच के खिलाफ है। कॉन्ग्रेस की ओर से जारी बयान के अनुसार, फेसबुक ने उसके द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से लिया है।

बीजेपी के प्रति झुकाव रखने का आरोप लगाते हुए कॉन्ग्रेस ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबई को दो पत्र लिखा था। इसके जवाब में फेसबुक ने कॉन्ग्रेस से कहा है कि उसकी चिंताओं को लेकर वह गंभीर है।

कॉन्ग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पिछले महीने जुकरबर्ग को दो पत्र भेजे थे। इसके जवाब में ट्रस्ट और सुरक्षा पॉलिसी टीम की देखरेख करने वाले फ़ेसबुक के निदेशक, नील पोट्स ने कहा, “हम भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस की ओर से उठाई गई चिंता और सिफारिशों को गंभीरता से ले रहे हैं।”

फेसबुक की ओर से कॉन्ग्रेस को भरोसा दिलाया गया है कि वह एक निष्पक्ष संस्था है और किसी भी तरह की हेट स्पीच के खिलाफ है। कॉन्ग्रेस की ओर से जारी बयान के अनुसार, फेसबुक ने उसके द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से लिया है। फेसबुक ने कहा है कि वह एक ऐसा मंच है, जहाँ लोग अपने विचार खुले मन से रख सकते हैं और वो किसी भी पक्ष के साथ न होकर निष्पक्ष है। इस पत्र में फेसबुक ने कहा है कि हमने पहले भी एक्शन लिया है और आगे भी लेते रहेंगे।

पत्र में कहा गया है कि सार्वजनिक हस्तियों द्वारा हेट स्पीच के सवाल पर, हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे सामुदायिक मानक धर्म, जाति, लिंग और राष्ट्रीयता सहित उनकी संरक्षित विशेषताओं के आधार पर लोगों के खिलाफ हमलों पर रोक लगाते हैं। हमारी हेट स्पीच की नीति के अनुरूप, हम सभी मामलों पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को गंभीरता से लेते हैं और उसे तुरंत हटाते हैं। भारत में भी हमने ऐसे कई बयानों को हटाया है।

इसके अलावा, पोट्स ने कहा है कि फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म्स पर स्वतंत्र और सुरक्षित अभिव्यक्ति के वातावरण को संचालित करने के तरीके में ईमानदारी के उच्चतम मानक बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

फेसबुक द्वारा कॉन्ग्रेस को भेजा गया जवाब

गौरतलब है कि कॉन्ग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने जुकरबर्ग को ई-मेल के जरिए पत्र भेजा था। उन्होंने जुकरबर्ग को सुझाव देते हुए कहा था, ”फेसबुक मुख्यालय की तरफ से उच्च स्तरीय जाँच आरंभ की जाए और एक या दो महीने के भीतर इसे पूरी कर जाँच रिपोर्ट कंपनी के बोर्ड को सौंपी जाए। इस रिपोर्ट को सार्वजनिक भी किया जाए।”

फेसबुक की नीतियों को लेकर यह विवाद अमेरिकी समाचार पत्र ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद शुरू हुआ। इसमें फेसबुक के अनाम सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि फेसबुक के वरिष्ठ भारतीय नीति अधिकारी ने हेट स्पीच मामलों पर भाजपा का पक्ष लिया था।

वहीं, फेसबुक द्वारा आज, बृहस्पतिवार को ही तेलंगाना विधायक और भाजपा नेता टी राजा सिंह का अकाउंट प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके पीछे कारण हेट स्पीच बताया जा रहा है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को पत्र लिखकर कहा था कि फेसबुक इंडिया के अधिकारियों द्वारा दक्षिणपंथी विचारधारा के पेजों को हटाने का प्रयास किया गया।

केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस पत्र में फेसबुक इंडिया की टीम पर राजनीतिक विचारधारा के आधार पर भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि फेसबुक इंडिया में कई बड़े अधिकारी प्रधानमंत्री और कई कैबिनेट मंत्रियों के प्रति अपशब्द कहते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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