हाथरस मामले पर मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिकरण करने के लिए कॉन्ग्रेस पार्टी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “लोग कॉन्ग्रेस की रणनीति के बारे में जानते हैं, इसलिए उन्होंने 2019 में भाजपा के लिए ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की। लोग जानते हैं कि राहुल गाँधी का हाथरस जाना उनकी राजनीति का ही एक हिस्सा है और इससे पीड़िता को न्याय दिलाने का कोई संबंध नहीं है।
#Breaking | LIVE: Union Minister @smritiirani briefs media over the #HathrasHorror; questions ‘selective outrage’ of the Opposition. pic.twitter.com/7zVlzAKoJi
— TIMES NOW (@TimesNow) October 3, 2020
वहीं कॉन्ग्रेस नेता और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत द्वारा घिनौने बलात्कार मामले पर की गई अशोभनीय टिप्पणी की निंदा और गाँधी परिवार द्वारा कुछ चयनात्मक मुद्दे पर आक्रोश जाहिर करने को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा, “उनका यह कहना कि लड़की अपनी मर्जी से गई थी, यह बयान निंदनीय है। और उन्हें उम्मीद है कि किसी दिन राहुल गाँधी या श्रीमती वाड्रा कम से कम राजस्थान के सीएम को उनके अपमानजनक टिप्पणी के लिए एक कॉल करेंगे।”
इस बीच मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए, चाहे वह राजनीतिज्ञ हो या कोई और, किसी भी बलात्कार पीड़िता के लिए इस तरह की असंवेदनशील और अभद्र टिप्पणी करना बेहद निंदनीय है।
हाथरस गैंगरेप मामले में तेज होती राजनीति की आलोचना करते हुए स्मृति इरानी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस मामले में गहन जाँच के जरिए न्याय करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिसने भी जाँच को बाधित करने या सबूतों को दबाने या मिटाने की कोशिश की उसे सख्त सजा दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने पीड़ित के परिजनों को न्याय का आश्वासन देते हुए कहा कि उन्हें यकीन है कि हाथरस मामले की जाँच में SIT की रिपोर्ट आने के बाद आधिकारिक स्तर पर योगी जी उन सभी लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे जिन लोगों ने हस्तक्षेप किया या जिनकी वजह से पीड़िता को संपूर्ण न्याय न मिले इस प्रकार की साजिश रची गई।
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कॉन्ग्रेस पार्टी अपने डूबते राजनीतिक भाग्य को फिर से मजबूत करने के लिए हाथरस की घटना में अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने में लगी है। एक तरफ जहाँ भाई बहन हाथरस मामले में यूपी सरकार को नीचा दिखाने के लिए तरह-तरह के कारनामे कर रहे है। एक तरफ जहाँ राहुल गाँधी 144 लागू होने के बावजूद पीड़ित परिवार से मिलने अपने काफिले के साथ निकल लिए थे। जिस दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने पर वह एक सुरक्षित स्थान को ढूढ़ते हुए खुद ही गिरते पड़ते नजर आए थे। वहीं पुलिस से एक बहस के दौरान बार-बार कैमरे की डिमांड करते हुए (“भैया कैमेरा लाओ“) लोगों के सामने अपनी राजनीति चमकाने में भी लगे थे।
गौरतलब है कि हाथरस मामले की लीक हुई बातचीत से पता चला कि कॉन्ग्रेस ने भावनात्मक रूप से कैसे पीड़ित परिवार को ब्लैकमेल किया और राज्य में भाजपा सरकार को नीचा दिखाने के लिए पीड़ित परिवार से जबरदस्ती प्रशासन के खिलाफ बुलवाने की कोशिश की।
ऑपइंडिया द्वारा कल प्रकाशित किए गए एक रिपोर्ट में इंडिया टुडे की पत्रकार और मृतक के भाई संदीप के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत का खुलासा किया गया था। ऑडियो क्लीप में संदीप से इंडिया टुडे की पत्रकार तनुश्री ऐसा स्टेटमेंट देने के लिए बोल रही थीं, जिसमें मृतका के पिता आरोप लगाए कि उनके ऊपर प्रशासन की ओर से बहुत दबाव था।
ऑडियो में यह कहते सुना जा सकता है, “संदीप, प्लीज मेरे लिए एक चीज कर दो। मैं तुमसे वादा करती हूँ कि जब तक तुम्हारे परिवार को इंसाफ नहीं मिल जाता मैं यहाँ से हिलूँगी भी नहीं… संदीप एक वीडियो अपने पिता की बनाओ जिसमें वो कहें- हाँ, मुझ पर ऐसा बयान जारी करने का बहुत प्रेशर था कि मैं संतुष्ट हूँ। मैं जाँच चाहता हूँ क्योंकि हमारी बेटी मरी है और हमें न उसे देखने का मौका मिला और न उसके अंतिम संस्कार का।” वे आगे कहती हैं, ”सिर्फ 5 मिनट लगेंगे। जल्दी से वीडियो बनाओ और सिर्फ़ मुझे भेज दो।” इस बातचीत में तनुश्री बार-बार संदीप को एसआईटी के खिलाफ भड़काती है।
वहीं एक अन्य ऑडियो में एक अज्ञात व्यक्ति संदीप से बात कर रहा है। वह उनसे कह रहा है कि वो घर से कहीं न जाएँ, क्योंकि कॉन्ग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गाँधी उनके घर आने वाली हैं। इस बातचीत में व्यक्ति यह भी कहते सुना जा सकता है:
“अगर कोई भी तुम्हें कहीं भी लेकर जाता है, तो तुम्हें कहीं नहीं जाना है, अब प्रियंका गाँधी घर आएँगी। कोई कहता है कि तुम्हें हाथरस जाना है, यहाँ जाना है -वहाँ जाना है, तुम्हें कहीं नहीं जाना है। उन्हें (प्रियंका गाँधी को) बताना है- पुलिस प्रशासन दबाव बना रहा है। मीडिया को आने नहीं दे रहा। रिश्तेदारों को आने नहीं दे रहा । कहना है ये हमारे प्रोटेक्शन में लगा रखे हैं या ठाकुरों के प्रोटेक्शन में। ठीक है, ये सब उनको बताना है।”