तेलंगाना में कॉन्ग्रेस और AIMIM नेताओं के बीच झड़प का मामला सामने आया है। ये झड़प बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ितों से मिलने को लेकर हुई। कॉन्ग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रभावित इलाके में पहुँचने के बाद भी पीड़ितों से मिलने नहीं दिया गया।
रविवार (अक्टूबर 18, 2020) को हुई इस झड़प में दोनों पार्टियों के नेता शामिल थे। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद इन्हें अलग करवा कर विवाद शांत कराया।
जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना के कई बाढ़ प्रभावित इलाकों में से चंदरघाट क्षेत्र में कॉन्ग्रेस नेता व पूर्व मंत्री शब्बीर अली कल स्थिति का मुआयना करने और पीड़ितों से मिलने गए थे। मगर, शब्बीर अली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुँचते ही वहाँ कुछ AIMIM के नेता व कार्यकर्ता भी पहुँच गए। इसके बाद आपसी बहस शुरू हुई और देखते ही देखते यह बहस, झड़प में बदल गई। बाद में पुलिस ने इस मामले में हस्तक्षेप करके मामले को शांत करवाया।
#NewsaAlert | Clash broke out between AIMIM & Congress leaders over meeting flood-affected victims in Telangana. Congress leaders allege that the former did not allow them to meet the victims.
— TIMES NOW (@TimesNow) October 19, 2020
Sowmith Yakkati with details. pic.twitter.com/QLp8A2rO6I
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, हाल में हुई भारी बरसात के कारण तेलंगाना के कई इलाके बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। इन्हीं इलाकों में अकबरुद्दीन ओवैसी का चुनाव क्षेत्र चंद्रायनगुट्टा भी आता है। ऐसे में कई AIMIM नेता वहाँ पीड़ितों की मदद करने में जुटे थे लेकिन बीच में कॉन्ग्रेस नेता भी वहाँ आ पहुँचे और उनसे बात करने का प्रयास किया।
हालाँकि, बातचीत की जगह पूरा मामला बिगड़ गया और दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। टाइम्स नाउ द्वारा जारी की गई वीडियो में हम देख सकते हैं कि किस तरह बीच सड़क पर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हुआ। AIMIM नेताओं ने कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ अभद्रता से बात करनी शुरू कर दी और उन्हें लोगों से मिलने से रोका।
पूरा मामला इतना अधिक बढ़ गया कि दोनों पक्ष को शांत कराने के लिए पुलिस को इलाके में तैनात करना पड़ा। कॉन्ग्रेस नेता भी बाद में अपने कार्यालय लौट आए।
यहाँ बता दें कि पीड़ितों की मदद करने के नाम पर एक ओर जहाँ पार्टी नेताओं के बीच ऐसे झगड़े के वीडियो सामने आ रहे हैं। वहीं आरएसएस के सेवा भारती संगठन की पूरी टीम बिना किसी विवाद के लोगों की मदद करने में जुटी है। पिछले दिनों हमने सोशल मीडिया पर वायरल होती तस्वीरों व कुछ क्लिपों को देखा था जिसमें स्वयंसेवक खुद की जान को खतरे में डाल कर लोगों तक बुनियादी जरूरतों का सामना पहुँचा रहे थे।
Visuals from Hyderabad.
— Y. Satya Kumar (@satyakumar_y) October 15, 2020
Be it any natural calamity, Swayamsevaks of @RSSorg are the first to help the needy irrespective of caste, creed religion or ideology.
All this visuals should put some iota of shame to those who baselessly accuse RSS of being communal and casteist. pic.twitter.com/CjU9NhOPbZ