Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजकलाम की मूर्ति को फूलों से सजाने वाले बुजुर्ग शिवदासन की हुई थी हत्या,...

कलाम की मूर्ति को फूलों से सजाने वाले बुजुर्ग शिवदासन की हुई थी हत्या, वीडियो वायरल होने से चिढ़े शख्स ने जमकर पीटा था

शिवदासन की बढ़ती लोकप्रियता के चलते सड़क किनारे रहने वाले राजेश को उनसे जलन होने लग गई। इसी चिढ़ में उसने शिवदासन की हत्या कर दी।

पिछले दिनों केरल के कोच्चि में सड़क किनारे 63 वर्षीय शिवदासन का शव मिला था। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसमें वे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की मूर्ति की सफाई करते और उसे फूलों से सजाते नजर आए थे। पुलिसिया जाँच से यह बात सामने आई है कि इसी प्रसिद्धि के कारण उनकी हत्या कर दी गई।

वायरल वीडियो में शिवदासन सड़क किनारे लगी कलाम की मूर्ति को फूलों से सजा रहे थे। साथ ही उन्होंने वे केरल में रहते हुए उनसे दो बार मिल चुके थे। इस दौरान कलाम ने उन्हें 500 रुपए भी दिए थे। इस वीडियो ने लाखों लोगों का दिल जीता और वह लोगों के बीच जाने-माने चेहरे बन गए।

शिवदासन की बढ़ती लोकप्रियता के चलते सड़क किनारे रहने वाले राजेश को उनसे जलन होने लग गई। इसी चिढ़ में उसने शिवदासन की हत्या कर दी। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने 16 दिसंबर को कथित तौर पर अब्दुल कलाम मार्ग (मरीन ड्राइव) से शिवदासन की लाश बरामद की थी। शुरुआत में लगा कि यह सामान्य मौत है। लेकिन, पोस्टमार्टम से पता चला कि मौत अंदरूनी चोटों की वजह से हुई थी। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जाँच शुरू की।

जाँच के दौरान पुलिस को पता चला कि कुछ दिनों पहले सड़क पर ही रहने वाले राजेश ने शिवदासन को बुरी तरह पीटा था। इसके कारण उन्हें काफी चोटें आई थी। पुलिस को मरीन ड्राइव से भी हत्या के कई सबूत मिले। प्रारंभिक जाँच के आधार पर परवूर निवासी राजेश की गिरफ्तार किया गया।

एर्णाकुलम के सहायक पुलिस आयुक्त के लालजी ने शनिवार को मीडिया को बताया, “शिवदासन को हाल ही में अब्दुल कलाम की प्रतिमा को फूलों से सजाने पर बहुत लोकप्रियता मिली थी। हमें कई लोगों से पता चला है कि आरोपित इससे चिढ़ गया था। कई लोगों ने राजेश को लाश मिलने से दो दिन पहले शिवदासन को मारते हुए देखा था।”

गौरतलब है कि शिवदासन कोल्लम के रहने वाले थे और काफी समय से मरीन ड्राइव में रह रहे थे। वहीं पर अब्दुल कलाम की एक मूर्ति भी स्थापित है। मूर्ति के आसपास गंदगी देख शिवदासन ने रोजाना कलाम की मूर्ति की सफाई और उसे फूलों से सजाना शुरू कर दिया। कलाम के प्रति उनके प्रेम को देखते हुए किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -