Saturday, November 16, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकसोशल मीडिया फ़ैक्ट चेक'सेना में बगावत, जवान मोदी के खिलाफ': स्वरा भास्कर का 'फौजी' निकला फर्जी, वर्दी...

‘सेना में बगावत, जवान मोदी के खिलाफ’: स्वरा भास्कर का ‘फौजी’ निकला फर्जी, वर्दी पहन बनाया था वीडियो

"PM मोदी ने तो जवानों के घरों में ही आग लगा दी है तो क्या खाक ड्यूटी करेंगे वो! भारतीय सेना के जवानों के ही परिजन अपना हक माँगने के लिए दिल्ली में बैठे हुए हैं।" - केंद्र सरकार को धमकी देता हुआ यह वीडियो...

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें एक व्यक्ति किसानों को लेकर भारतीय सेना के जवानों को भड़काता हुआ नज़र आ रहा है। बता दें कि पिछले एक महीने से ज्यादा समय से किसान संगठनों का मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बार-बार बातचीत के बावजूद किसान संगठन अपने रुख पर अड़े हुए हैं। इस बीच वायरल हुए इस वीडियो को स्वरा भास्कर सरीखों ने भी आगे बढ़ाया।

वीडियो में भारतीय सेना की वर्दी पहने उक्त शख्स खुद को भारत का फौजी बताता है और दावा करता है कि वो किसानों के आंदोलन में हिस्सा ले रहा है। उस वीडियो में वो कहता है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मैं आपसे एक बात कहना चाहता हूँ। मैंने अभी जो यूनिफॉर्म पहनी है, इसी वेशभूषा में मैं कुछ दिन पहले चीन की सीमा पर तैनात था। तब तो मैं बड़ा देशभक्त था। अब जब इस वर्दी को उतार कर मैं दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में हिस्सा लेने पहुँचा, तो मैं बहुत बड़ा देशद्रोही हो गया, आतंकवादी हो गया, खालिस्तानी हो गया?”

इस वीडियो में उसने दावा किया कि उसे अब इन्हीं नामों से नवाजा जा रहा है। इसके बाद वो पीएम मोदी को ‘सलाह’ देते हुए बताता है कि सिख और जाट रेजिमेंट के जवानों के दिल में क्या चल रहा है। फिर वो कहता है कि अगर किसी के घर में कोई परेशानी आ जाती है तो उसका ड्यूटी में मन नहीं लगता। साथ ही वो कहता है कि ‘पीएम मोदी ने तो जवानों के घरों में ही आग लगा दी है तो क्या ख़ाक ड्यूटी करेंगे वो!’

वायरल वीडियो में उक्त व्यक्ति दावा करता है कि भारतीय सेना के जो जवान आज सीमा पर खड़े हैं, दिल्ली में उनके ही परिजन अपना हक़ माँगने के लिए विरोध प्रदर्शन में बैठे हुए हैं। उसने दावा किया कि पीएम मोदी को ये सब दिखाई नहीं दे रहा है और सिर्फ उन्हें बड़े बिजनेसमैन ही दिखते हैं। फिर वो सवाल दागता है कि कौन से बिजनेसमैन का बेटा सेना में है? उसने केंद्र सरकार को सीधी धमकी देते हुए सेना में भी बगावत की बात कही।

उक्त व्यक्ति वीडियो में पूछता है कि आज जो किसान धरने पर बैठे हुए हैं अगर उनके बेटे सीमा से वापस लौट आएँ और उनके लिए लड़ने लगें तो क्या पीएम मोदी पाकिस्तान और चीन की फ़ौज लाकर उनका मुकाबला करेंगे? अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने इसे वीडियो को आगे बढ़ाते हुए लिखा – ‘कुछ सीधी बातें!’ इसी तरह ‘किसान आंदोलन’ का समर्थन कर रहे अन्य लोगों ने भी इसे लेकर दावा किया कि भारतीय सेना अब मोदी सरकार के खिलाफ हो गई है।

अब आपको बताते हैं कि इस वीडियो की सच्चाई क्या है। असल में ये व्यक्ति न तो भारतीय सेना का जवान है, न ही किन्हीं सशस्त्र बलों से इसका कोई सम्बन्ध है। ये असल में पंजाब का एक गायक और अभिनेता है, जिसका नाम गोल्डी मनेपुरिया है। न तो ये किसान है, न ही जवान। ये एक पंजाबी कलाकार है। वो इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर खासा सक्रिय रहता है और अपने गाने अपलोड करता रहता है।

स्वरा भास्कर 2020 में भी पूरे साल विवादों में ही रही हैं। उन्होंने बाबरी मस्जिद और राम मंदिर को लेकर भी अपने प्रपंच का खेल खेला। स्वरा भास्कर ने दिसंबर 6, 2020 के अवसर पर अपने ट्वीट में लिखा था, “चाहे जितनी लीपा पोती कर लो, भगवान का घर… किसी के भी भगवान का घर तोड़ना पाप होता है।” उन्होंने ये सब इसके बावजूद लिखा, जब सदियों से हिन्दुओं के ही मंदिर तोड़े जाते रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -