महाराष्ट्र सरकार ने बृहस्पतिवार (फरवरी 18, 2021) को कोरोनो वायरस मामलों में एक बार फिर उछाल आने के बाद राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लॉकडाउन सहित नए कोरोना दिशानिर्देशों की घोषणा की। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
राजेश टोपे ने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट से सोशल मीडिया पर दी है। उनका कहना है कि उनकी तबीयत पूरी तरह से ठीक है और वह जल्द ही कोरोना से ठीक हो जाएँगे।
माझी कोरोना चाचणी पॉझिटिव्ह आली आहे. माझी प्रकृती चांगली असून मी डॉक्टरांचा सल्ला घेत आहे. आपल्या सर्वांच्या आशीर्वादाने कोरोनाला हरवून लवकरच मी आपल्या सेवेत रुजू होईल. माझ्या संपर्कात आलेल्यांनी काळजी घ्यावी आणि लक्षणे दिसल्यास तत्काळ आपली कोरोना चाचणी करून घ्यावी.
— Rajesh Tope (@rajeshtope11) February 18, 2021
उल्लेखनीय है कि मुंबई समेत महाराष्ट्र राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। दो दिन पहले ही अकेले मुंबई में कोरोना संक्रमण के 700 नए मरीज सामने आए थे। इसके बाद महाराष्ट्र में सख्ती बढ़ा दी गई है।
यवतमाल में 10 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है, वहीं अमरावती में सप्ताहांत में लॉकडाउन रहेगा। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने राजधानी मुंबई के लिए नए कोविड -19 दिशानिर्देशों को भी नए सिरे से जारी किया है। सुरक्षा दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
बीएमसी ने सार्वजनिक रूप से मास्क के बिना पाए जाने पर लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। जिम और अन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ कोरोना दिशानिर्देशों का पालन ना करने पर कार्रवाई की जाएगी।
अमरावती और यवतमाल, ये दोनों ही विदर्भ में आते हैं। इस इलाके में फरवरी माह की शुरुआत से ही कोविड -19 मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही हैं। सख्ती बढ़ाने का फैसला ऐसे समय में लिया गया जब एक ही दिन में महाराष्ट्र में 5,427 नए कोविड -19 मामलों की जानकारी सामने आई। आँकड़ों में यह उछाल लगभग दो महीने से अधिक समय बाद देखा गया है।
यवतमाल जिले में प्रशासन ने दस दिनों के लिए सार्वजनिक मीटिंग्स पर रोक लगाने के साथ ही हाल ही में खुले स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। यवतमाल कलेक्टर डीएम सिंह ने कहा कि यवतमाल जिले के स्कूल (कक्षा 5 से 9 के छात्रों के लिए), कॉलेजों और कोचिंग क्लासेस 28 फरवरी तक बंद रहेंगे, जबकि 50 लोगों को ही शादी समारोहों में शामिल होने की अनुमति होगी। हालाँकि, उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल खुले रहेंगे लेकिन कोविड -19 प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू किया जाएगा।