उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (फरवरी 24, 2021) को हँसी-मजाक में बातें करते हुए माहौल काफी हल्का कर दिया, लेकिन साथ ही समाजवादी पार्टी को उसी अंदाज़ में आईना भी दिखाया। सदन में सपा के नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी की लाल टोपी पर मजे लेते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि विधायिका को ड्रामा कंपनी ना मान लें, कोई लाल टोपी, कोई हरी टोपी और कोई नीली टोपी पहन कर आता है। उन्होंने कहा कि पता नहीं ये क्या परिपाटी बन गई है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर विधानसभा में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी बेहद सरल व्यक्ति हैं, लेकिन ग़लत पार्टी में होने के कारण कभी-कभी भटक जाते हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि पता नहीं ये लोग घर में भी यही टोपी पहन कर चलते हैं या नहीं। इस दौरान सीएम ने एक वाकया भी सुनाया, जब वो किसी बेसिक विद्यालय के उद्घाटन के लिए गए थे।
उन्होंने बताया, “वहाँ मेरा विरोध करने कुछ लोग टोपी लगा कर पहुँच गए थे। टोपी पहन कर आने वालों की तरफ इशारा करते हुए ढाई साल के एक बच्चे ने कहा- ‘मम्मी-मम्मी, वो देखो गुंडा।’ अगर आप गमछा बाँध कर आते या पगड़ी पहनकर आते तो मैं आपका स्वागत करता और ये अच्छा भी लगता। वो इस नाटक से तो बेहतर होता।” इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में ही हंगामा शुरू कर दिया।
लोग विधायिका को ड्रामा कंपनी न समझ लें, कोई लाल तो कोई नीली टोपी पहन कर आता है- विपक्ष पर बरसे योगी आदित्यनाथ@myogiadityanath #UttarPradesh pic.twitter.com/01q4z9lukb
— News24 (@news24tvchannel) February 24, 2021
इस पर मुख्यमंत्री ने चुटकी ली कि मैंने किसी का नाम तो नहीं लिया, फिर भी ये हंगामा ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ की तरह है। उन्होंने केरल जाकर ‘उत्तर प्रदेश की खिल्ली उड़ाने’ के लिए राहुल गाँधी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राहुल के पास इटली जाने के लिए समय है, लेकिन अमेठी जाने के लिए नहीं। उन्होंने प्रियंका वाड्रा की भी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें मंदिर तभी याद आता है, जब वो यहाँ आते हैं।
मालूम हो कि राहुल गाँधी ने त्रिवेंद्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, “मैं 15 साल तक उत्तर भारत में सांसद था। मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए केरल आना बेहद नया था क्योंकि मुझे अचानक लगा कि यहाँ के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और जमीनी तौर पर मुद्दों के विस्तार में जाने वाले हैं।” इस बयान के बाद अमेठी से वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी के लिए ‘एहसान फरामोश’ शब्द का इस्तेमाल किया। साथ ही, कहा कि इनके बारे में तो दुनिया कहती है- थोथा चना बाजे घना।