Sunday, September 8, 2024
Homeसोशल ट्रेंड'इंदिरानगर का गुंडा': सोशल मीडिया में छा गए राहुल द्रविड़, विराट कोहली बोले- ये...

‘इंदिरानगर का गुंडा’: सोशल मीडिया में छा गए राहुल द्रविड़, विराट कोहली बोले- ये अंदाज कभी नहीं देखा

द्रविड़ अपने शांत स्वभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। ऐसे में उनका यह अवतार लोगों का खूब मनोरंजन कर रहा है। आईपीएल में द्रविड़ राजस्थान रॉयल्स से जुड़े हैं। रॉयल्स ने इस ऐड पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक था।

अपने शांत स्वभाव के लिए मशहूर टीम इंडिया की दीवार पूर्व क्रिकेट दिग्गज राहुल द्रविड़ ने क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान प्लेटफॉर्म CRED के विज्ञापन में अपने नए अंदाज से इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है। विज्ञापन में एक व्यक्ति CRED के ऑफर को घटिया बताते हुए कहता है, “यह वैसा ही है जैसे कि राहुल द्रविड़ को गुस्सा आना।”

इसके बाद कैमरा राहुल द्रविड़ की ओर घूमता है, जो कि ट्रैफिक जाम में फँसे होते हैं। वह जाम के कारण गुस्से में चीखते-चिल्लाते दिखाई देते हैं। इतना ही नहीं वह अपने बैट से बगल में खड़ी गाड़ियों में तोड़-फोड़ भी करते हैं। विज्ञापन में द्रविड़ शुरू में एक जेंटलमैन की तरह रहते हैं, लेकिन ट्रैफिक में फँसने के कारण उनका धैर्य जवाब दे जाता है और वह लड़ाई पर उतारू हो जाते हैं।

बगल में खड़ी कार का मिरर तोड़ते हुए वह चिल्लाते हैं, “इंदिरानगर का गुंडा हूँ मैं।”

राहुल के इस अवतार ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस पर कई क्रिकेटरों समेत लोगों ने प्रतिक्रियाएँ दी हैं। द्रविड़ अपने शांत स्वभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। ऐसे में उनका यह अवतार लोगों का खूब मनोरंजन कर रहा है। आईपीएल में द्रविड़ राजस्थान रॉयल्स से जुड़े हैं। रॉयल्स ने इस ऐड पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक था।

द्रविड़ के इस अवतार का भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी मजे लिए। कोहली ने ट्वीट किया, “राहुल भाई का ये अंदाज कभी नहीं देखा।” इसके कोहली ने लॉफिंग इमोजी भी शेयर की है।

क्रेड के इस विज्ञापन के जरिए मेम प्लेटफॉर्म पर तहलका मचा दिया है।

गौरतलब है कि टीम इंडिया के दीवार राहुल द्रविड़ अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में उनका एंग्री यंग मैन वाला ये लुक विश्वास से परे है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -