यूनाइटेड किंगडम की ‘यूके इंडिपेंडेन्स पार्टी’ से जुड़ीं राजनीतिक विश्लेषक केटी हॉपकिंस ने स्वीकार किया है कि जब वो जुलाई 2021 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में गई थीं तो उन्होंने जानबूझ कर कोरोना वायरस दिशानिर्देशों व क्वारंटाइन के नियमों का उल्लंघन किया था। सिडनी में उन्हें एक होटल में क्वारंटाइन कर के रखा गया था। वहाँ से लौटने के बाद उन्होंने बड़े गर्व से अपने इंस्टाग्राम फॉलोवर्स को इस वाकये के बारे में बताया।
बतौर केटी हॉपकिंस, वो सिक्योरिटी गार्ड्स के सामने न्यूड होकर चली जाती थीं और मास्क भी नहीं लगाती थीं। उनका कहना है कि वो सुरक्षाकर्मियों को डराने के लिए ऐसा करती थीं। केटी हॉपकिंस ने बताया कि होटल में जिस पुलिसकर्मी ने उनका चेकइन कराया था, उसने कहा था कि दरवाजा खटखटाए जाने के 30 सेकेंड बाद उन्हें बाहर निकलना है और अपने भोजन लेना है। लेकिन, इस दौरान वो फेस मास्क पहनी होनी चाहिए।
केटी हॉपकिंस ने हँसते हुए इंस्टाग्राम पर ये वाकया शेयर किया। उन्होंने बताया कि जैसे ही उनका दरवाजा खटखटाया जाता था, वो जल्द से जल्द इसे खोलने की कोशिश करती थीं और 30 सेकेंड के इंतजार वाले नियम को धता बताती थीं। उन्होंने बताया “मैं इन सुरक्षाकर्मियों को डराने के लिए बिना मास्क के, नंगी होकर दरवाजा खोल देती थी। मैं बाहर निकल कर तब तक नंगी खड़ी हो जाती थी, जब तक पुलिसकर्मी मुझे जाने को नहीं कहते थे।” इस खुलासे के बाद ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें वापस ब्रिटेन डिपोर्ट कर दिया है।
Katie Hopkins to be deported from Australia after boasting about naked quarantine breach https://t.co/jpBErdWR1l
— The Independent (@Independent) July 19, 2021
कई लोगों ने उनके इस व्यवहार की निंदा की है। हालाँकि, उन्होंने अपने ये इंस्टाग्राम वीडियो हटा लिया है। विक्टोरियन सांसद एंड्रू गिल्स ने कहा कि इस महामारी फ्रंटलाइन वर्कर्स हमें सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं, उनके साथ इस तरह का व्यवहार काफी अपमानजनक है। एक सांसद ने कहा कि ये वही महिला है जिसे इस्लाम को ‘घिनौना’ कहा था और शरणार्थियों को ‘कॉकरोच’ बता कर ‘फाइनल सॉल्यूशन’ की बात की थी। 17 जुलाई को उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में कोरोना नियमों के उल्लंघन वाला खुलासा किया था।
केटी हॉपकिंस ने ये भी बताया कि वो 28वें माले पर स्थित अपने कमरे की खिड़की के सामने नंगी खड़ी हो जाती थीं, ताकि नीचे से सुरक्षाकर्मी देख सकें। कई लोगों को तो इस बात से आश्चर्य हुआ कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया का वीजा कैसे मिल गया। असल में उन्हें एक शो में हिस्सा लेने के लिए वहाँ बुलाया गया था। केटी हॉपकिंस लॉकडाउन को एक मजाक भी बता चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि वो लॉकडाउन में विश्वास नहीं रखतीं। उन्होंने कहा कि कोरोना के चंद मामले ही आए थे, लेकिन सिडनी और मेलबर्न में लॉकडाउन लगा दिया गया।