पंजाब में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने सलाहकारों के कारण विवाद में आ गए हैं। हाल ही में पंजाब में कॉन्ग्रेस ने अपनी कलह सुलझाई है, लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच का मनमुटाव ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा। इसी बीच सिद्धू के सलाहकारों की हरकतों पर कैप्टेन ने नसीहत भी दी है। इसके साथ ही पंजाब कॉन्ग्रेस में फिर से खींचतान शुरू हो गई है।
सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली की दो अलग-अलग फेसबुक पोस्ट पर विवाद हुआ था। उन्होंने न सिर्फ जम्मू कश्मीर, बल्कि कॉन्ग्रेस की दिवंगत नेता व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी पर भी विवादित पोस्ट कर डाला। जहाँ एक तरफ कश्मीर को उन्होंने अलग देश बता डाला तो वहीं इंदिरा गांधी का एक आपत्तिजनक स्केच सोशल मीडिया पर शेयर किया। इससे नाराज़ कैप्टेन ने सिद्धू को सलाह दी है।
सीएम अमरिंदर ने कहा कि डॉक्टर प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली सिर्फ प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के अध्यक्ष को सलाह देने तक ही खुद को सीमित रखें तो बेहतर है। उन्होंने कहा कि ये संवेदनशील मुद्दे हैं, इसीलिए इन पर वो अधूरा ज्ञान रख कर न बोलें। उन्होंने कहा कि जिस चीज के बारे में जानकारी न हो, उस पर नहीं बोलना चाहिए। कैप्टेन ने माली के बयान को देशविरोधी बताते हुए कहा कि इससे माहौल खराब हो सकता है।
उन्होंने इसे देश विरोधी काम बताया। हालाँकि, इतना विवाद होने के बावजूद भी माली ने अपना बयान वापस नहीं लिया है। सीएम कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा, “सिद्धू के सलाहकार वास्तविकता से कोसों दूर हैं। उन्हें जमीनी हकीकत नहीं पता है। ये हर किसी को पता है कि पाकिस्तान हमारे के लिए असल खतरा है। वहाँ से लगातार हथियार लाए जाते हैं, पंजाब में ड्रग्स की सप्लाई की जाती है। इसका इस्तेमाल पंजाब को अस्थिरता की ओर धकेलने के लिए होता है।
इसके फेसबुक पोस्ट पढ़िए यह बहुत बड़ा गद्दार लग रहा है। सिद्धू का सलाहकार है। pic.twitter.com/R0WKpf8Goc
— Sgt Dharmendra Sinha Rtd. (@DharmenSinha) August 22, 2021
सीएम ने याद दिलाया कि कैसे हमारे सैनिक भी बॉर्डर पर शहीद हो रहे हैं। उन्होंने 80 के दशक का दौर भी याद दिलाया, जब कई लोगों को आतंकवाद के कारण अपनी जान गँवानी पड़ी थी। माली ने फेसबुक के अपने कवर पेज पर 1990 के आसपास प्रकाशित होने वाली एक मैगजीन ‘जनतक पैगाम’ के मुख्य पृष्ठ का फोटो लगाया है। इसमें इंदिरा गाँधी को हाथ में बंदूक लिए दिखाया गया है, जिसके एक सिरे पर खोपड़ी लटक रही है।
इस कार्टून में इंदिरा गांधी के पीछे भी खोपडियों का ढेर लगा हुआ है और इस पेज पर पंजाबी में लिखा है, “हर जबर दी इही कहाणी, करना जबर ते मुँह दी खाणी’, अर्थात ‘हर जुल्म करने वाले की यही कहानी है अंत में उसे मुँह की खानी पड़ती है।’ एक तरह से उन्होंने सिख दंगों के लिए कॉन्ग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए और स्वर्ण मंदिर में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए इंदिरा गाँधी का ये स्केच शेयर किया है।