Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयबर्बाद हो सकते हैं पाकिस्तान के सारे T-85 टैंक, अपग्रेड करने को लेकर चीन...

बर्बाद हो सकते हैं पाकिस्तान के सारे T-85 टैंक, अपग्रेड करने को लेकर चीन से विवाद: ड्रैगन ने ठुकराई माँग, दोनों देश आमने-सामने

दोनों के बीच 220 अल-खालिद टैंक बनाने के लिए करार हुआ था। 110 टैंक मिलने के बाद पाकिस्तान ने मन बदल लिया। इसके बाद वो कहने लगा कि उसे बाकी के 110 टैंकों की जगह चीन में निर्मित व डिजाइन किए गए VT-4 टैंक चाहिए।

चीन हमेशा पाकिस्तान के पीछे खड़ा रहता है। भारत के खिलाफ चीन के संरक्षण के एवज में पाकिस्तान उसे अपने संसाधनों के दोहन करने का पूरा अधिकार देता है। अब T-85 टैंक से जुड़े एक मुद्दे को लेकर दोनों देशों में टकराव की स्थिति है। ये टैंक्स पाकिस्तानी सेना के पास हैं। पाकिस्तान ने इन्हें अपग्रेड करने के लिए चीन से 200 रेडियेटर माँगे थे, लेकिन चीनी कंपनी ने उन्हें 73 ही दिए। इससे पाकिस्तान नाराज़ है।

साथ ही पाकिस्तान को चीन द्वारा भेजे गए रेडियेटर्स में बदलाव भी करना है, लेकिन चीन ने उसके इस निवेदन को भी ठुकरा दिया है। हालाँकि, अन्य मामलों में चीन अब तक पाकिस्तान का समर्थन रहा है और भारत को तेवर दिखाने के लिए दोनों एक-दूसरे का इस्तेमाल करते हैं। पाकिस्तान ने कोरोना की वैक्सीन भी चीन से ही लाकर बनाई। अमेरिका को आँखें दिखाने के लिए चीन ने पाकिस्तान को अपने पाले में कर रखा है।

ताज़ा विवाद ‘चीन नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉर्पोरेशन (NORINCO)’ और पाकिस्तान के ‘हैवी इंडस्ट्रीज टेक्सिला (HIT)’ के बीच चल रहा है। T-85 टैंक के एक महत्वपूर्ण पार्ट को लेकर ये विवाद शुरू हुआ है। HIT असंतुष्ट है और चाहता है कि चीन ने जो रेडियेटर दिए हैं, उनमें बदलाव किए जाएँ। जबकि NORINCO का कहना है कि इन रेडिएटर्स में किसी भी प्रकार के बदलाव टैंक के इंजन के हीट और पॉवर सिस्टम पर असर डाल सकता है।

अगर टैंक का रेडियेटर सही से काम नहीं करता है तो टैंक काफी गर्म हो सकता है, जिसके बाद इसके पूर्णरूपेण बंद हो जाने की आशंका रहती है। पाकिस्तानी सेना को बड़ा नुकसान हो रहा है। ये करार 2012 में ही हस्ताक्षरित किए गए थे। पाकिस्तान चाहता है कि अब नए सिरे से करार किया जाए। दोनों के बीच 220 अल-खालिद टैंक बनाने के लिए करार हुआ था। 110 टैंक मिलने के बाद पाकिस्तान ने मन बदल लिया।

इसके बाद वो कहने लगा कि उसे बाकी के 110 टैंकों की जगह चीन में निर्मित व डिजाइन किए गए VT-4 टैंक चाहिए। पाकिस्तान कई सालों से हथियारों व सैन्य उपकरणों के लिए चीन पर ही निर्भर रहा है और इस करार के होने या न होने के बाद भी ये स्थिति बदलने वाली नहीं है। पाकिस्तान के पास सैन्य उपकरणों या हथियार के निर्माण की काफी घटिया व्यवस्था है। उसने समय-समय पर अमेरिका से भी सैन्य उपकरण लिए हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -