Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीतिघूसखोरी व मनी लॉन्ड्रिंग में घिरे ममता बनर्जी के दो मंत्री, ED ने दायर...

घूसखोरी व मनी लॉन्ड्रिंग में घिरे ममता बनर्जी के दो मंत्री, ED ने दायर की चार्जशीट: समन व पूछताछ की तैयारी शुरू

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने सभी आरोपितों को अदालत से अधिक से अधिक सजा देने की माँग करते हुए चार्जशीट में आरोप लगाया है कि ये आरोपित काले धन को सफेद करने की कोशिश में लगे हुए थे।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार (1 सितंबर 2021) को चर्चित नारदा स्टिंग के मामले में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित PMLA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इसमें जाँच एजेंसी ने ममता सरकार के दो मंत्रियों फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी समेत कई अन्य को आरोपित बनाया है। सभी के खिलाफ रिश्वतखोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के चार्जेस लगाए गए हैं।

आरोप पत्र में जाँच एजेंसी ने आरोपितों के कबूलनामें का भी जिक्र किया है। नारदा स्टिंग मामले में दो मंत्रियों के अलावा टीएमसी के विधायक मदन मित्रा, कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी और निलंबित आईपीएस एसएमएच मिर्जा शामिल हैं। अदालत ने इन सभी को पूछताछ के लिए समन जारी करने का आदेश दिया है। सभी आरोपितों को 16 नवंबर 2021 को सीबीआई अदालत ने पेश होने को कहा है।

इसके साथ ही कोर्ट ने अपने निर्देश में राज्य विधानसभा के कार्यालय की ओर से मुखर्जी, हाकिम और मित्रा को समन भेजने को कहा है, क्योंकि ये तीनों विधानसभा सदस्य हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने सभी आरोपितों को अदालत से अधिक से अधिक सजा देने की माँग करते हुए चार्जशीट में आरोप लगाया है कि ये आरोपित काले धन को सफेद करने की कोशिश में लगे हुए थे।

गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय जाँच एजेंसी (CBI) ने इसी मामले में ममता सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई थीं। उन्होंने जाँच एजेंसी को खुद की गिरफ्तारी की भी चुनौती दी थी। इतना ही नहीं नारदा केस में गिरफ्तारी के विरोध में सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं ने जाँच एजेंसी के दफ्तर पर पत्थरबाजी की थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -